जांजगीर-चांपा। नियमितीकरण सहित अपनी पांच सूत्रीय मांग को लेकर मड़वा पावर प्लांट के मुख्य प्रवेश द्वार को प्रदर्शनकारियों ने घेरे रखा। लंबित मागों पर अड़े धरना-प्रदर्शन कर रहे भू-विस्थापितों ने रविवार को जमकर हंगामा मचाया।
मांग पूरा करने को लेकर वे इतने आक्रोशित हो गए कि गेट के सामने खड़ी कार को आग के हवाले कर दिया। इस बीच पथराव और तोड़-फोड़ के बीच आंदोलनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को पानी की बौछार करनी पड़ी।
बता दें कि भू-विस्थापित संविदा कर्मी नियमितीकरण सहित अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर 30 दिसंबर से आंदोलन कर रहे हैं। इस दौरान प्लांट प्रबंधन और आंदोलनकारियों के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई, जिसमें कोई हल नहीं निकल सका। आंदोलनकारियों ने मांगें पूरी नहीं होने तक आंदोलन जारी रखने की बात कही थी।
बता दें कि इससे पहले भी मांगों को लेकर प्लांट प्रबंधन के खिलाफ भू-विस्थापित संघ ने प्रदर्शन किया था। वे वेतन बढ़ाने की मांग कर रहे थे, वहीं ठेका मजदूर संघ भी वेतन बढ़ाने के लिए लामबंद हो गए थे। इस बीच दोनो संघ के बीच मारपीट भी शुरू हुई थी। इस दौरान प्लांट में तीनो इकाई का प्रोडक्शन भी बंद हो गया था।
पहले भी हो चुका है मांगों को लेकर प्रदर्शन
उस दौरान कंपनी के प्रबंधन ने मजदूर संघ की एक मांग पूरा करने के बाद अन्य मांगों को सप्ताह भर के अंदर पूरा करने का आश्वासन दिया था। इसके बाद प्लांट प्रबंधन द्वारा सभी भू-विस्थापित मजदूर संघ का वेतन न्यूनतम 17 हजार से ऊपर कर दिया था। इधर वेतन बढऩे की जानकारी ठेका कर्मी संघ को चली तो उन्होंने भी प्लांट में हंगामा करना शुरू कर दिया था। इसी बात को लेकर दोनों मजदूर संघ के बीच हाथापाई हुई थी।
(TNS)