बिलासपुर। सस्ती दवाएं आम आदमी का अधिकार है। महंगी दवाएं कई बार मरीजों की पहुंच से बाहर होती हैं और इसकी वजह से उनकी जान पर बन आती है। इसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने धनवंतरी मेडिकल स्टोर के जरिये रियायती दरों में आम लोगों को दवा उपलब्ध कराने की योजना बनाई, जो अब तेजी से लोकप्रिय होती ही जा रही है। इसे देखते हुए गुरुवार को सिम्स में भी धन्वंतरी मेडिकल स्टोर का संचालन शुरू कर दिया गया है, जहां पहले दिन से ही दवा खरीदने के लिए लोगों की भीड़ लगने लगी है।
राज्य सरकार की इस योजना के तहत चलने वाले मेडिकल स्टोर में 70 प्रतिशत तक कि छूट विभिन्न दवाओं में मिल रही है। यहां ब्रांडेड दवाओं की जगह जेनरिक दवाओं को बेचा जाता है, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को बड़ी राहत मिली है। बताते चलें कि बिलासपुर संभाग के सबसे बड़े अस्पताल सिम्स में लोगों को रियायती दर में दवा उपलब्ध नहीं हो पा रही थी। लोगों को जिला अस्पताल और नूतन चौक स्थित धन्वंतरी मेडिकल स्टोर जाना पड़ता था। ऐसे में यहां धन्वंतरी मेडिकल स्टोर की जरूरत महसूस की जा रही थी।
अब यहां जीवनरक्षक दवा के साथ सर्जिकल आयटम में 70 प्रतिशत की छूट के साथ 400 से ज्यादा प्रकार की दवाएं बिक रही हैं। सिम्स प्रबंधन ने सभी चिकित्सकों को ज्यादा से ज्यादा जेनरिक दवा लिखने के निर्देश दिए हैं, ताकि सभी मरीजों को आसानी से सस्ती दवा मिल सके।
बताते चलें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 20 अक्टूबर को इस योजना की औपचारिक शुरुआत की थी। श्री धनवंतरी दवा योजना के तहत प्रदेश के 169 शहरों में 188 मेडिकल स्टोर्स खोले गए हैं। लघु वनोपज संघ द्वारा निर्मित गुणवत्तापूर्ण हर्बल उत्पाद भी इन दुकानों में बिक रहे हैं। इन दुकानों पर सस्ती दवा उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने एक मॉडल बनाया है। इसके तहत श्री धनवंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर संचालकों को 2 रुपए प्रति वर्गफीट की दर से नगर पालिक निगमों ने किराए पर दुकानें उपलब्ध हैं।
(TNS)