भिलाई। महंगाई के खिलाफ कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान मुख्यमंत्री को आइना दिखाने निकले भाजपाइयों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। दिनभर से आइना दिखाने की तैयारी कर रहे भाजपा सीएम के सामने पहुंच पाते, इससे पहले ही धर लिए गए। भाजपाइयों की योजना सीएम को एक ज्ञापन सौंपने की भी थी।
कांग्रेस द्वारा रविवार को भिलाई में महंगाई के खिलाफ पदयात्रा का आयोजन किया गया था। इसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मोहन मरकाम भी शामिल हुए। जहां एक ओर कांग्रेस महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन कर रही थी, वहीं भाजपा नेता डीजल-पेट्रोल पर वैट कम न करने के विरोध में सीएम को आइना दिखाने की तैयारी में थे। भाजपा जिला मंत्री रामउपकार तिवारी के नेतृत्व में की जा रहा यह प्रदर्शन पुलिस द्वारा धर लिए जाने के कारण सफल नहीं हो सका।
रामउपकार ने कहा था कि महंगाई के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन केवल ढोंग है। अगर वाकई में प्रदेश सरकार चाहती तो पेट्रोल और डीजल पर वैट कम करके जनता को राहत दे सकती थी। लेकिन ऐसा न करके कांग्रेस सरकार जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। केन्द्र सरकार द्वारा डीजल और पेट्रोल पर टैक्स कम करने के कुछ ही दिन में भाजपा शासित राज्यों सहित कुछ अन्य राज्यों में वैट कम कर दिया। इससे भाजपा शासित राज्यों में पेट्रोल और डीजल के दाम दस स्र्पये तक कम हो गए हैं। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल डीजल और पेट्रोल के दाम का लेकर केवल राजनीति करना चाहते हैं। जबकि उनकी नीयत जनता को राहत देने की कतई नहीं है।
अब मुख्यमंत्री भिलाई में महंगाई के खिलाफ पदयात्रा का नया प्रपंच रच रहे हैं। जिला मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री को लगता है कि जनता को कुछ समझ नहीं रही है, जबकि सच्चाई ये है कि जनता को अच्छे से मालूम है कि केन्द्र द्वारा टैक्स कम करने से छत्तीसगढ़ में पेट्रोल के दाम पांच स्र्पये तक कम हो गए हैं। अगर राज्य सरकार भी इतना ही वैट कम कर देती तो प्रदेशवासियों को आज दस स्र्पये सस्ता पेट्रोल और डीजल मिल रहा होता।
(TNS)