रायपुर। राज्य सरकार धान से एथेनॉल बनाने की अनुमति दिलाने के लिए मुख्यमंत्री के पिता नंदकुमार बघेल ने हठ योग का सहारा लिया है। उन्होंने खारुन नदी में तीन मिनट तक शवासन कर विरोध जताया। इस दौरान उनके एक समर्थक ने वीडियो बनाया और इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट कर दिया, जो खूब वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में नंदकुमार बघेल के समर्थक यह कहते सुने जा रहे हैं कि उन्होंने धान से एथेनाल बनाने की अनुमति की मांग को लेकर जल में एक स्थान पर शांत रहने का फैसला किया है।
मुख्यमंत्री के पिता एक नाव की मदद से खारुन नदी के तट से आगे गए और पानी में उतर गए। वे जब नदी में उतरे तो उनकी सुरक्षा के लिए लाइव जैकेट में जवान और गोताखोर को तैनात किया गया था। जिस समय वह शवासन कर रहे थे, उस समय उन्हें देखने के लिए भीड़ भी जुट गई थी।
बताते चलें कि छत्तीसगढ़ सरकार धान से एथेनॉल बनाने की इजाजत मांगने के लिए केंद्र सरकार के चक्कर काट रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय मंत्रियों सहित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कई पत्र भी लिख चुके हैं। हालांकि, इस मामले में अभी तक कोई परिणाम सामने नहीं आया है। ऐसे में सोमवार को नंदकुमार बघेल ने राजधानी के महादेव घाट पर खारुन नदी में करीब तीन मिनट तक शवासन किया।
छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है। राज्य सरकार ने जब से किसानों को धान की कीमत 2,500 रुपये प्रति क्विंटल देने का फैसला किया है, तब से धान बेचने वाले किसानों की संख्या में इजाफा हुआ है। सरकार के पास अतिरिक्त धान होने के कारण एथेनॉल में इस्तेमाल के लिए अनुमति मांग रही है। धान से एथेनॉल बनाने की अनुमति मिलने के बाद राज्य सरकार अतिरिक्त धान का सदुपयोग कर सकेगी।
(TNS)