रायपुर। छठ महापर्व (Chhath Festival) आज (Today) नहाय-खाय (Bathing) के साथ शुरू हो रहा है। छठ पूजा के पहला दिन नहाय-खाय के रूप में मनाया जाएगा। मंगलवार शाम खरना होगा। इस दौरान व्रती खीर-पुड़ी का प्रसाद ग्रहण और इसी के साथ 36 घंटे लंबा व्रत शुरू हो जाएगा। बुधवार शाम व्रती सूर्य को संझा अर्घ्य देने के लिए नदी-तालाबों के घाटों पर जुटेंगे। फिर अगली सुबह यानी गुरुवार को सूर्य देव ( Sun God ) को उषा अर्घ्य देने के बाद व्रती व्रत का पारणा करेंगे। छठ पूजा चार दिनों तक चलने वाला लोक पर्व है। यह चार दिवसीय उत्सव है, जिसकी शुरुआत कार्तिक शुक्ल चतुर्थी से होती है और कार्तिक शुक्ल सप्तमी को इस पर्व का समापन होता है।
जानकारों के मुताबिक छठ पर्व को उगते और डूबते सूर्य की पूजा करने वाला एकमात्र पर्व माना जाता है। यह कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष में षष्ठी तिथि को मनाया जाने वाला लोकपर्व है। इसे सूर्य षष्ठी के नाम से भी जाना जाता है। यह पर्व दिवाली के 6 दिन बाद मनाया जाता है। मुख्य रूप से यह पर्व उत्तर भारत के राज्यों बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।
ऐसे मनाया जाएगा पर्व
8 नवंबर – पहला दिन, नहाए खाए के साथ शुरु होती है छठ पूजा
9 नवंबर – दूसरा दिन, खरना व्रत एवं रात में खीर का प्रसाद
10 नवंबर – तीसरा दिन, छठ पूजा का संध्या अर्घ्य
11 नवंबर – चौथा दिन, छठ पूजा का उषा अर्घ्य एवं पारण
षष्ठी तिथि
छठ पूजा के दिन सूर्यादय: 06.40
छठ पूजा के दिन सूर्यास्त: 17.31
षष्ठी तिथि आरंभ: 10.35 (9 नवंबर 2021)
षष्ठी तिथि समाप्त: 08.24 (10 नवंबर 2021)
(TNS)