रायपुर। कवर्धा (Kawardha) जिले में दो गुटों में विवाद के बाद सियासत तेज हो गई है। हालांकि मामला शांत हो गया है, लेकिन नेताओं का आना-जाना लगा हुआ है। इस बीच, पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह (Dr. Raman Singh) आज कवर्धा दौरे पर हैं। आज पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह अपने गृह जिला कवर्धा पहुंचे और हिंसा में भीड़ की मार खाने वाले दुर्गेश देवांगन के परिजनों से मुलाकात की। लापता दुर्गेश देवांगन के परिजनों का कहना है कि दुर्गेश को पुलिस साथ ले गई थी। इसके विपरीत पुलिस का कहना है कि दुर्गेश कस्टडी में नहीं है। डॉ. रमन ने कहा कि यहां का पूरा का पूरा तंत्र मंत्री और सरकार के इशारे में काम कर रहा है। बहुसंख्यक समाज को जो दबाने की साजिश हो रही है इसे कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
दुर्गेश के परिजनों से मुलाकर कर डॉ. रमन सिंह (Dr. Raman Singh) ने कहा कि दुर्गेश के माता-पिता और बहन से मुलाकात की। उनकी तकलीफ और पीड़ा को सुना। जिस हालत में उसे प्रताड़ित किया गया। 40-50 लोगों की भीड़ ने उसकी पिटाई की। वही आदमी एफआईआर करने जाता है, उसी को मार पड़ती है और उसी के खिलाफ तीन-तीन अलग धाराओं में जुर्म दर्ज होता है। अजीब है कवर्धा की पुलिस, यानी स्पष्ट हो गया कि कवर्धा की पुलिस सरकार के इशारे में गलत एफआईआर दर्ज करती है।
इधर, प्रदेश कांग्रेस कमेटी (Pradesh Congress Committee) के संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला (Sushil Anand Shukla) ने कहा कि डॉ रमन सिंह को कवर्धा जाकर जनता से शांति की अपील जरूर करनी चाहिए, लेकिन उन्हें अपने पुत्र अभिषेक सिंह और सांसद संतोष पांडे के द्वारा कवर्धा में रैली निकालने के संबंध में माफी भी मांगनी चाहिए। भाजपा नेताओं द्वारा धार्मिक सद्भाव बिगाड़ने का प्रयास किया गया, इसकी वजह से सांप्रदायिक तनाव हुआ।
TNS