RAIPUR NEWS. अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के दिन छत्तीसगढ़ सरकार ने बुजुर्गों के लिए कई सौगातों का ऐलान किया है। साय सरकार पूरे प्रदेश में बुजुर्गों के लिए सियान गुड़ी बनाने की घोषणा की है। यह बजुर्गों के लिए डे केयर जैसा होगा। बुजुर्ग दिनभर यहां रुकेंगे, उनके लिए खाने पीने की व्यवस्था होगी। दिन भर पूजा पाठ, एक्सरसाईज समेत अन्य गतिविधियां करेंगे, और शाम होने पर अपने घर लौट सकेंगे।

सरकार ने पूरे प्रदेश में ऐसे सियान गुड़ी खोलने का ऐलान किया है। इसके अलावा, रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर और कोरबा में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त वृद्धाश्रम खोले जाएंगे। रायपुर में बुजुर्गों के लिए डेडिकेटेड सर्विस सेंटर भी शुरू किया जाएगा। यहां बुजुर्ग अपने इस्तेमाल की चीजें, जैसे व्हील चेयर, ट्राइसिकल, चश्मे समेत अन्य चीजों की रिपेयरिंग करा सकेंगे।

सीएम साय ने आज रायपुर के इंदिरागांधी कृषि महाविद्यालय परिसर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय वृ्द्धजन दिवस कार्यक्रम में की। इसमें पूरे प्रदेश से आए वृद्धजनों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सीएम साय ने कहा कि अगर हम अपने माता पिता को खुश रख लें तो ईश्वर भी खुश हो जाएंगे। स्वर्ग यही बन जाएगा, अगर ये खुश नहीं हैं तो कोई यज्ञ, कोई हवन काम नहीं आएगा। इस मौके पर सीएम साय ने नशा मुक्ति अभियान के तहत लोगों को जागरुक करने के लिए 25 विशेष वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि वृद्धजन हमारे मार्गदर्शक और अमूल्य संस्कृति के वाहक हैं। वृद्धजनों की देखभाल सरकार और समाज दोनों की साझी जिम्मेदारी है। केंद्र और राज्य सरकार वरिष्ठ नागरिकों के पेंशन, स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा और सम्मानपूर्ण जीवन के लिए समर्पित योजनाओं को लगातार मजबूत बना रही है। मुख्यमंत्री आज राजधानी रायपुर के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय परिसर में स्थित कृषि मंडपम में अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के राज्य स्तरीय आयोजन को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में वृद्धजनों को शॉल और श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया। इस मौके पर उन्होंने बुजुर्गों की विशेष देखभाल के लिए राज्य में सियान गुड़ी, प्रदेश के चार बड़े शहरों रायपुर, बिलासपुर कोरबा और दुर्ग में पीपीपी मॉडल पर सर्वसुविधायुक्त वृद्धाश्रम बनाने और दिव्यांगजनों के सहायक उपकरणों के रिपेयरिंग के लिए राजधानी रायपुर में सर्विस सेंटर बनाने की घोषणा की। साय ने नशामुक्त भारत अभियान के अंतर्गत राज्यभर में जागरूकता हेतु 25 नशामुक्ति रथों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ी लोकगीत एवं नृत्य प्रस्तुति दी गई और स्वास्थ्य जांच शिविर का भी आयोजन किया गया।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि वृद्धजन दिवस हमें अपने दायित्वों को याद दिलाने का अवसर है। मेरे गुरु ने मुझे सिखाया है कि माता-पिता की सेवा ही ईश्वर की पूजा है। मैंने अपने गुरु के संस्कार और आदर्शों का हमेशा पालन किया है। साय ने कहा कि हम सभी को यह सच्चाई नहीं भूलनी चाहिए कि आज हमारे बुजुर्ग जिस अवस्था में है, कल हम सभी उसी अवस्था में होंगे। मुख्यमंत्री साय और अतिथियों ने जनता से अपील की कि वे वृद्धजनों का सम्मान करें और उन्हें सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने में सहयोग करें, ताकि उनका जीवन और अधिक सुरक्षित, सम्मानजनक और खुशहाल बन सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में बुजुर्गों के लिए संचालित पेंशन योजनाओं में 14 लाख से बुजुर्ग लाभान्वित हो रहे हैं। आयुष्मान भारत और शहीद वीर नारायण सिंह स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत अब तक 8 लाख से अधिक बुजुर्गों को निःशुल्क चिकित्सा सुविधा दी गई है। मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना और रामलला दर्शन योजना से 50 हजार से अधिक बुजुर्ग लाभान्वित हुए हैं। समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि प्रदेश के 35 वृद्धाश्रमों में 1049 वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल की जा रही है तथा 6 जिलों में प्रशामक देखरेख गृह संचालित हैं। विभागीय हेल्पलाइन के माध्यम से अब तक 54 हजार से अधिक वरिष्ठजनों की समस्याओं का समाधान किया गया है।