SURAJPUR NEWS. रामानुजनगर थाना इलाके के सरईपारा गांव में एक साढ़े चार वर्षीय बच्ची की मौत का मामला अब एक रहस्य बन गया है। दरअसल, यह घटना 7 अगस्त की है, जब राजलाल कुर्रे की बच्ची को पेट दर्द की शिकायत पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामानुजनगर में देर रात एडमिट किया गया था। सुबह होते होते ईलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने मौत का कारण पीलिया बताया।
इसके बाद बच्ची की मौत के बाद उसका शव दफना दिया गया था। जिसके बाद बच्ची के बेड पर परिजनों ने सांप देखा और यह दावा किया कि बच्ची की मौत सांप के काटने से हुई। डॉक्टरों की राय पर संदेह जताते हुए मौत के कारणों की जांच की मांग कर थाने में शिकायत दर्ज कराई और दोबारा पोस्टमार्टम कराए जाने की मांग की।
इसके बाद प्रशासन ने 14 अगस्त को तहसीलदार, पुलिस और मेडिकल टीम की मौजूदगी में शव को कब्र से निकाला और पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम के बाद शव को दोबारा दफनाया गया, प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्ची की मौत का कारण पीलिया बताया गया है।
हालांकि, अब भी कई सवालों के जवाब सामने नहीं आ पाए है। क्या पीलिया जैसी बीमारी से इतनी तेजी से, चंद घंटों में किसी की मौत हो सकती है? क्या समय पर बीमारी की सटीक पहचान हो पाई थी? इलाज में कहीं कोई लापरवाही तो नहीं हुई? इन सवालों को लेकर परिजनों में गहरा आक्रोश है और गांव में असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
पुलिस मामले की जांच कर रही है, फिलहाल मौत कैसे हुई पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच पूरी होने के बाद ही सामने आएगा।बच्ची की अचानक हुई मौत और इसके इर्द-गिर्द उठे सवालों ने क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और आपात स्थिति में चिकित्सकीय प्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों और परिजनों को अब न्यायिक जांच और सच्चाई सामने आने का इंतजार है।