BALOD NEWS. जिले के निकुम में रहने वाले यादव परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है। पहले पति की मौत ट्रेन हादसे में हो गई। वहीं अब बीते 15 दिन पूर्व उनका एकलौते बेटे की विवाह समारोह से लौटते समय सड़क हादसे में मौत हो गई। इस पीड़ित परिवार के दुख ने प्रसिद्ध नाड़ी वैद्य गुरुदेव विरेन्द्र को भी पीड़ा हुई। वे उनसे मुलाकात करने निकुम पहुंचे। वहां पर उन्होंने मां व बेटी को सात्वना दी। साथ ही आर्थिक सहायता के रूप में 25 हजार रुपये भी प्रदान किया। बिटियां के कॉलेज की शिक्षा-दीक्षा की जिम्मेदारी ली है।
बता दें, गुरुदेव विरेन्द्र बालोद जिले के प्रसिद्ध नाड़ी वैद्य है। वे 64 योगनी मोक्ष सेवा संस्थान लिमोरा के संस्थापक भी है। उन्होंने निकुम में पीड़ित परिवार के दुखों की सूचना मिलने पर पहले ही दुख जताया था। उनके परिवार की स्थिति को देखकर वे स्वयं को रोक नहीं सके व परिवार से मिलने पहुंचे।
परिवार में बीते 15 दिन पूर्व 27 वर्ष के बेटे संदीप यादव की कुम्हारी में शादी समारोह से लौटते समय सड़क हादसे में मौत हो गई थी। इस दुखद घटना से परिवार के दुख को बांटने के लिए वे परिवार से मिले। उन्होंने न सिर्फ आर्थिक सहायता प्रदान की बल्कि बेटी विनीता यादव जो कक्षा 12 वीं की छात्रा है। उसकी कॉलेज की शिक्षा-दीक्षा की जिम्मेदारी ली है।
ये भी पढ़ें:नृत्यांगना आद्या पांडेय की नृत्य कला ने बटोरी वाह-वाही, मुंबई में किया भिलाई का नाम रोशन
मानव सेवा को बताया सच्ची सेवा
गुरुदेव विरेन्द्र देशमुख ने इस दौरान कहा कि मानव सेवा ही सच्ची माधव सेवा है। निःस्वार्थ भाव से सभी की सेवा करना ही परमपिता परमात्मा की सेवा के तुल्य है। परोपकार की आंच में ही मानव जाति रूपी सोना निखरता है। मानव समाज की उन्नति परोपकार पर टिकी है। इसलिए प्रत्येक मनुष्य को बिना स्वार्थ भावना के परोपकार करना चाहिए।