BILASPUR NEWS. शहर में एक नहीं अनगिनत पैथोलैब्स है। लेकिन बहुत से ऐसे पैथोलेब है जिनके पास लाइसेंस नहीं है। अवैध रूप से कई पैथोलेब संचालित हो रहे हैं। इसके खिलाफ एनएसयूआई ने हल्ला बोल दिया है। जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए इन पैथोलैब्स पर कार्रवाई की मांग की है। इतना ही नहीं बल्कि कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
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बता दें, एनएसयूआई ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.अनिल श्रीवास्तव को ज्ञापन सौंपकर शहर में बिना लाइसेंस के संचालित होने वाले पैथोलैब्स और कलेक्शन सेंटरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। इसके साथ ही उचित कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। एनएसयूआई के सचिव रंजेश सिंह ने बताया कि बिलासपुर में 200-250 की संख्या में पैथोलैब्स और कलेक्शन सेंटर संचालित हो रहे हैं।
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इसने से केवल 50 ही स्वास्थ्य विभाग से लाइसेंस प्राप्त है। उन्होंने शहर के कुछ प्रमुख पैथोलैब जो बिना लाइसेंस के संचालित हो रहे हैं उनका उल्लेख किया। अवैध पैथोलैब्स के चलते शहरवासियों के स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। सभी पर कार्रवाई करने की जरूरत है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में एनएसयूआई के सदस्य उपस्थित थे।
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मिली भगत का चल रहा खेल
एनएसयूआई ने स्वास्थ्य विभाग पर कई गंभीर आरोप भी लगाए है और उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के सहयोग के बिना अवैध पैथोलैब्स संचालित नहीं हो सकते है। इसमें मिली भगत का खेल चल रहा है। इससे शहरवासियों को स्वास्थ्य में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए जल्द ही अवैध पैथोलैब्स पर कार्रवाई करना चाहिए।