SRINAGAR NEWS. जम्मू-कश्मीर के कटरा में 250 करोड़ रुपये के प्रस्तावित रोपवे प्रोजेक्ट के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन के बाद बुधवार को इसे बंद रखा गया। व्यापारी पोनी ऑपरेटर और श्रमिक प्रोजेक्ट को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि प्रोजेक्ट 60,000 परिवारों की आजीविका के लिए खतरा है। बता दें, रोपवे ताराकोट मार्ग से सांझी छत को जोड़ेगा जिससे माता वैष्णो देवी आने वाले श्रद्धालुओं को गुफा मंदिर तक जाने में सुविधा होगी।
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माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति ने काले बैंड पहनकर और हाथों में पोस्टर लेकर रोपवे प्रोजेक्ट का विरोध किया और शालिमार पार्क से एक बड़ी रैली निकाली। प्रदर्शनकारियों ने योजना के खिलाफ नारेबाजी भी की। प्रदर्शनकारियों प्रोजेक्ट रद्द करने को लेकर उपराज्यपाल या गृह मंत्री से लिखित आश्वासन की मांगा कर रहे हैं। प्रदर्शन में शामिल पूर्व मंत्री जुगल किशोर शर्मा ने बताया कि जिला प्रशासन ने 15 दिसंबर तक समस्या का समाधान करने का वादा किया था, लेकिन अभी तक किसी भी तरह का हल नहीं निकला है।
संघर्ष समिति के अध्यक्ष भूपिंदर सिंह जम्वाल ने कहा कि यह रोपवे प्रोजेक्ट 60 हजार परिवारों की आजीविका के लिए खतरा और धार्मिक भावनाओं को भी आहत करता है। इसमें पोनी ऑपरेटर, ट्रांसपोर्टर, होटल व्यवसायी, दुकानदार और श्रमिक शामिल हैं। प्रदर्शनकारियों ने 5 सदस्यों की भूख हड़ताल का भी ऐलान किया और सरकार से इस प्रोजेक्ट को रद्द करने की भी मांग करी।
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने वैष्णो देवी में हर साल दर्शन के लिए आने वाले एक करोड़ श्रद्धालु को देखते हुए रोपवे लगाने का फैसला किया है। बता दे, बुजुर्ग, बच्चों तथा बीमार श्रद्धालुओं को 13 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर सुविधा देने के लिए बोर्ड रोपवे प्रोजेक्ट लगाने जा रहा है।