KANKER. परलकोट क्षेत्र के जलाशय के बांध में दरार पड़ने की खबर के बाद से ग्रामीण लगातार सुरक्षित स्थानों की ओर जा रहे हैं। खबर मिलते ही प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा जिसके बाद से लगातार जलाशय के बाँध में आये दरार को भरने की कोशिश जारी हैं परंतु अब तक दरार को भरने में प्रशासन को कोई खास सफलता नहीं मिल पाई है।
पेड़ों के तनों को काटकर तो कभी बोरियो में रेत और मिट्टी डालकर दरार को भरने की कोशिश जारी हैं । बांध पर पुलिस द्वारा सुरक्षा के इन्तेजाम भी किये गए हैं । बड़ी संख्या में ग्रामीण और प्रशासनिक अमला रात होने के बावजूद अभी भी बांध पर दरार को भरने की कोशिश कर रहे हैं । बता दें कि प्रशासन और विभाग की लापरवाही के चलते तीन गाँवों के लोगों की ज़िन्दगी अब खतरे में आ गयी है। वो अपना जरुरी सामान, अनाज और परिवार को लेकर सुरक्षित स्थान की ओर भाग रहे हैं ।
दरअसल परलकोट क्षेत्र के पी.व्ही. 133 में स्थित जलाशय के बाँध में दरार पड़ चुकी हैं और जलाशय से बड़ी तेजी से पानी निकल रहा हैं जिससे अब बाँध के टूटने का खतरा मंडरा रहा हैं । इस जलाशय में 3 साल पहले से दरार पड़ चुकी थी जिसकी जानकारी ग्रामीणों द्वारा लगातार सिंचाई विभाग सहित प्रशासन को दी जा रही थी। ग्रामीणों ने जनदर्शन में भी इस खतरे को लेकर आवेदन दिया था पर हर बार रिपेयरिंग के नाम पर विभाग द्वारा बस लीपापोती ही किया गया। जिसका खामियाजा अब ग्रामीणों को उठाना पड़ सकता हैं।
पिछले कई दिनों से क्षेत्र में लगातार हो रहे बारिश के चलते जलाशय का जलस्तर बड़ गया। जिससे दरार पर दवाब बढ़ते ही विभाग द्वारा रिपेयरिंग के नाम पर की गई लीपापोती बीती रात को ढह गयी और जैसे ही ग्रामीणों को इसकी जानकारी लगी तो ग्रामीणों में डर का माहौल बन गया और ग्रामीण बड़ी संख्या में बांध पर पहुंचने लगे और अपने घरों में रखें अनाज और ज़रुरी सामानो को ट्रैक्टर में भरकर सुरक्षित स्थानों की ओर जाने लगे।
विभाग को जानकारी लगते ही सिंचाई विभाग के एसडीओ और इंजीनियर मौके पर पहुंचे । फिलहाल ग्रामीण और विभाग द्वारा दरार को भरने की कोशिश की जा रही है । दरार का आकार धीरे-धीरे बढ़ रहा है ऐसे में यदि जल्द से जल्द दरार को नहीं भरा गया तो बांध कभी भी टूट सकता है। इससे कई गाँव डूब सकते हैं और किसानों के फसल और जान माल का बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है। यदि समय रहते ग्रामीणों की विभाग सुन लेता और दरार को भरने के लिए उच्च गुणवत्ता के साथ रिपेयरिंग करवाता तो आज कई लोगों की जिंदगी खतरे में ना होती।