BALRAMPUR. छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग स्थित बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में पद्मश्री राजमोहनी देवी को याद किया गया। यहां उनकी 29वीं पुण्यतिथि के अवसर पर उनके अनुयायियों द्वारा बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर में विशाल रैली निकाली गई। इस दौरान में शामिल उनके अनुयायियों ने नारेबाजी करते हुए लोगों से शराब छोड़ने की अपील की।
दरअसल राजमोहनी देवी गांधीवादी विचारधाराओं और आदर्शों से प्रभावित हो कर उन्होंने वर्ष 1951 में एक जन आंदोलन चलाया था। इस जन आंदोलन में मुख्य रूप से लोगों से शराब छोड़कर की अपील करते हुए उनके साथ जुड़ कर गांधीवादी विचारधारा से जुड़ते थे व महिलाओं को समाज के मुख्य धारा से जोड़ने पर जोर दिया जा रहा था। इसी दौरान उनसे प्रभावित हो कर 80 हजार लोग उनके साथ जुड़ गए और छत्तीसगढ़, सहित उत्तरप्रदेश, विभाजित मध्यप्रदेश, बिहार में इनके नाम के कई आश्रम शुरू किए गए। वर्ष 1989 में इन्हें भारत सरकार द्वारा पद्मश्री सम्मान से नवाज गया।
पद्मश्री राजमोहिनी देवी ने समाज में व्याप्त बुराई शराब का सेवन, मांस भक्षण जैसी कुरीतियों से दूर रहने की बातों पर जोर दिया करतीं थी। उनके अनुयायियों ने समाज में व्याप्त तमाम बुराइयों से होने वाले व्यापक नुकसान से अवगत कराया गया। साथ ही आम नागरिकों को जागरूक भी किया गया।