BILASPUR. यात्रीगण, आप तो जानते ही हैं कि देश की अत्याधुनिक और 130 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलने वाली वंदेभारत ट्रेन बिलासपुर से रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव व गोंदिया रुकते हुए नागपुर तक चलेगी। ये भी जान लें कि आज 11 दिसंबर से ये नागपुर से छूटेगी।
इसके बाद सप्ताह में शनिवार को छोड़कर ये प्रतिदिन दोनों ओर से चलेगी। यदि आप टिकट बुक कराना चाहते हैं तो गाड़ी संख्या 20825 और 20826 दर्ज कर आप अप या डाउन के हिसाब से सीट कंफर्म करा सकते हैं। अब तक रायपुर से 35 यात्रियों ने टिकट बुक भी करा लिया है।
सीटों की बात करें तो चेयर कार के लिए कुल 912 सीटों में से 62 सीटें बुक हो चुकी हैं। हायर क्लास के लिए कुल 89 में से नौ सीटों को बुक कराया गया है। यानी कुल मिलाकर 106 सीटें बुक हुई हैं। में नौ सीटें बुक हुई हैं।
बिलासपुर—नागपुर—बिलासपुर चलने वाली वंदे भारत ट्रेन में सफर करने के लिए टिकट रिजर्वेशन शुरू हो गया है। खास ये कि रेलवे बोर्ड ने इस ट्रेन का नंबर 20825 और 20826 जारी किया है और इसके परिचालन का शेड्यूल भी जारी कर दिया है। यानी आप टिकट रिजर्वेशन काउंटर या फिर एप के जरिए टिकट बुक करा रहे हैं तो इन नंबर का उपयोग कर सकेंगे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नागपुर स्टेशन में 11 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। ट्रेन उसी दिन करीब साढ़े पांच घंटे का सफर तय कर बिलासपुर पहुंचेगी। फिर अगले शनिवार से पहले तक यह सोमवार 12 दिसंबर से प्रतिदिन बिलासपुर से नागपुर और फिर नागपुर से बिलासपुर तक नियमित रूप से चला करेगी।
रफ्तार को मेंटेन करने और सुरक्षा के लिए ये व्यवस्था
आपको बता दें कि बिलासपुर से नागपुर तक का सेक्शन हावड़ा—मुंबई रूट का हिस्सा है। यह काफी व्यस्त रूट है, जिसमें यात्री ट्रेनों के अलावा बड़ी संख्या में मालगाड़ियां चलती हैं। ऐसे में इस व्यस्त रूट पर 130 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार को मेंटेन करना भी रेलवे के लिए बड़ी चुनौती है। इस दौरान वंदे भारत ट्रेन की सुरक्षा भी महत्वपूर्ण रहेगी। तो आपको बता दें कि रेलवे ने इसके लिए खास व्यवस्था की है। इसमें हर पांच किलोमीटर पर एक ट्रैकमैन को तैनात किया गया है। वहीं ट्रेन की सुरक्षा के लिए रेलवे सुरक्षा बल के 50 जवान भी तैनात कर दिए गए हैं। इसके अलावा सभी स्टॉपेज वाले स्टेशनों व आरपीएफ व जीआरपी के दायरे में आने वाले क्षेत्र की बस्ती वालों को भी सतर्क किया गया है कि वे अपने मवेशी न छोड़ें। पत्थर हटाने के लिए भी लोगों से कहा गया है।
अब मालगाड़ियों के सुस्ताने की बारी
ये बात तो आप जान ही रहे हैं कि बीते करीब एक साल से अधिकांश यात्री ट्रेनों को रद्द कर मालगाड़ियों को तेजी से दौड़ाया जा रहा था। तब एकात यात्री ट्रेनें चलती भी थीं, तो मालगाड़ी को पहले निकालने के लिए उन्हें ही आउटर में रोक दिया जा रहा था। लेकिन, अब वंदे भारत ट्रेन के आने के बाद इसका उल्टा होगा। जी हां, वंदे भारत ट्रेन के गुजरने से पहले मालगाड़ियां आउटर व साइडिंग में रोकी जाएंगी। दूसरी ट्रेनों के लिए भी यही योजना है ताकि वंदे भारत की स्पीड से कोई समझौता न हो।