रायपुर। नया रायपुर किसान आंदोलन में बुधवार को नया मोड़ आया। तीन माह से अपनी मांगों के लिए आंदोलन कर रहे किसानों को NRDA ने बिजली चोरी का नोटिस थमा दिया। बुधवार को NRDA के कर्मचारी बिजली काटने भी पहुंच गए लेकिन उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा। यहां किसानों ने NRDA के कर्मचारियों को घेर लिय। भारी विरोध को देखते हुए NRDA कर्मचारियों को वापस लौटना पड़ा।
बता दें नई राजधानी प्रभावित किसान कल्याण समिति द्वारा नवा रायपुर में बीते 3 माह से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही है। प्रदर्शन स्थल पर समिति द्वारा लाउड स्पीकर व लाइट का उपयोग किया जा रहा है। NRDA ने इसके लिए किसानों पर बिजली चोरी का आरोप लगाते हुए नोटिस थमाया। यही नहीं बुधवार को NRDA के कर्मचारी आंदोलन स्थल की बिजली काटने भी पहुंच गए।
किसानों ने किय विरोध
बिजली काटने पहुंचे NRDA के कर्मचारियों को किसानों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। आंदोलन रत किसानो ने NRDA का नोटिस तो लिया नहीं बल्कि उनके खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया। किसानों का कहना है पहले हमारी जमीने वापस कर दो तो हम बिजली का पूरा पैसा देने को तैयार हैं। इस दौरान किसानों ने NRDA के कर्मचारियों को घेर लिया। भारी विरोध को देखते हुए NRDA के कर्मचारियों ने वापस लौटना ही बेहतर समझा।
तो हम उनके दफ्तर में बैठ जाएंगे
नई राजधानी किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष रूपन चंद्राकर का कहना है कि सरकार ने हमारे खेत ले लिए और हमसे किया वादा पूरा नहीं किया। हमारा विरोध NRDA की गलत नीतियों के खिलाफ हैं। यदि NRDA आंदोलन स्थल पर बिजली काटती हैं तो उनके दफ्तर में बैठकर धरना देंगे। रूपन चंद्राकर ने कहा है कि एनआरडीए किसानों के खेत वापस कर दें तो हमारा आंदोलन यहीं खत्म हो जाएगा और हम उनके पैसे भी दे देंगे।
जानें क्या है किसानों की मांगे जिसके लिए हो रहा यह आंदोलन
- बाजार मूल्य से 4 गुना मुआवजा मिलना चाहिए।
- ग्रामीण बसाहट का पट्टा दिया जाए।
- वार्षिकी राशि का पूर्ण रूप से आबंटन किया जाए।
- पुनर्वास पैकेज 2013 के तहत सभी वयस्कों को 1200 वर्गफीट भूखंड दिया जाए।
- साल 2005 से भूमि खरीद बिक्री पर लगे प्रतिबंध को तत्काल हटाया जाए।
- गुमटी, चबूतरा, दुकान, व्यवसायिक परिसर में आबादी से सटी दुकानों को 75 प्रतिशत प्रभावितों को लागत मूल्य पर देने के प्रावधान का पालन किया जाए।