रायगढ़। कापू थाना क्षेत्र के ग्राम धवईडांड में हुए ट्रिपल मर्डर का पुलिस ने 24 घंटे के अंदर खुलासा किया है। घटना को चार लोगों ने मिलकर अंजाम दिया है। पुलिस ने हत्या में शामिल एक ही परिवार के दो महिला व दो पुरुष को गिरफ्तार किया है।
बच्चा नहीं होने की सामान्य चर्चा को लेकर परिवारों के बीच दो बात हो गई, उसके बाद एक-दूसरे के खेत में महुआ उठाने को लेकर विवाद बढ़ गया। नाराजगी इतनी थी कि एक परिवार के दो पुरुष व दो महिलाओं ने मिलकर बुजुर्ग के साथ तीन लोगों पर पत्थर, डंडे से वार कर दिया।
मामले के अनुसार थाना प्रभारी कापू उप निरीक्षक एके बेक को ग्राम धवईडांड, चाल्हा के निकट फांदापाली जंगल में वृद्ध महिला समेत एक ही परिवार के तीन लोगों का शव पड़े होने की सूचना मिली थी। घटना स्थल खेत में लकड़ी, पत्तों से बनी झोपड़ी के बाहर खून से लथपथ तीन लोगों का शव पड़ा मिला।
मामले में एसपी, एएसपी एवं एसडीओपी धरमजयगढ़ स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचकर छानबीन शुरू की। धवईडांड में बुजुर्ग महिला दुहनीबाई (65 साल), उसका बेटा अमृत लाल (24 साल) और उसकी नतनी अमृता बाई (13 साल) का मर्डर हुआ था। उनके सिर एवं शरीर के अन्य भाग पर गंभीर चोट के निशान मिले। प्रथम दृष्टया हत्या का मामला दर्ज कर जांच के क्रम में पहले मृतकों के वारिशानों एवं गांव के लोगों से पूछताछ की गई।
इधर एसपी अभिषेक मीना ने किसी आशंका में जिले की सीमाओं की नाकेबंदी कराई। वहीं एफएसएल, फिंगर प्रिंट की टीम तथा डॉग स्क्वॉड के साथ एसडीओपी धरमजयगढ़ एवं थाना प्रभारी घरघोडा को रवाना किया। एसपी भी घटनास्थल पहुंचे। जहां अधिकारियों को जांच के कई पाइंट दिए।
जांच में खून के छिंटे पत्तों व जमीन पर होते हुए मृतकों के बाजू वाले खेत में भी मिला। वह खेत चाल्हा उरांवपारा में रहने वाला फूलसाय अगरिया जो मृतकों का रिश्तेदार है। यहां से क्लू मिलना शुरू हुआ। पता चला कि वह परिवार महुआ बीनने का काम करते हैं। उसके बाद जांच टीम फूलसाय और उसकी पत्नी टुनी बाई से अलग-अलग पूछताछ की। पुलिस उनके जवाब से संतुष्ट नहीं हुई। उसके बाद इन्हीं पर संदेह गहरा गया। टीम उनके मूल गांव चाल्हा पहुंची। जहां फूलसाय का बेटा विकेश अगरिया और विकेश की पत्नी कौशल्या अगरिया से पूछताछ में टूट गए और सच उगल दिया।
आरोपी विकेश अगरिया ने पुलिस को बताया कि 5-6 साल से धवईडांड के फांदापाली जंगल में अपने मामा सुखसाय के खेत के पास महुआ उठाने जा रहे हैं। बगल में मामा अमृतलाल अगरिया (मृतक) का खेत लगा हुआ है। वहां अमृतलाल अगरिया अपनी मां दुहनीबाई व वेटी अमृता बाई के साथ इस साल झोपड़ी बनाकर रहते थे।
सुखसाय जो अमृतलाल का बडा साला है, सुकसाय अपनी बहन टुनी बाई और उसके पति फुलसाय के परिवार को अपने हिस्से की जमीन के आसपास को उपयोग करने कहा था। इस बात को लेकर पहले भी अमृतलाल के परिवार के साथ विवाद हुआ था। दूसरी ओर विवाद का दूसरा कारण नानी दुहनीबाई पर शंका थी कि वह जादू टोना करती है। इस कारण पत्नी कौशल्या को बच्चा नहीं हो रहा है। वहीं उसकी भी तबीयत खराब रहती है। इसका कारण दुहनीबाई को मानते थे।
बुधवार 30 मार्च की रात शाम को 6-7 बजे पिता फुलसाय, मां टुनी बाई और पत्नी कौशल्या के साथ झोपड़ी में बैठकर भोजन बना रहे थे। उसी समय नानी दुहनीबाई उसकी नतनी अमृता को लेकर बैठने आई। सब लोग बैठकर सामान्य बातचीत कर रहे थे। तभी नानी दुहनीबाई बोली कि बहू कौशल्या का बच्चा कैसे नहीं हो रहा है। इतने में नानी पर हत्यारा परिवार को गुस्सा आ गया। वे गुस्से में बोले तुम्हारे कारण बच्चे नहीं हो रहे हैं और फिर गुस्से में पास रखी टांगी की लकड़ी से नानी दुहनीबाई के सिर में वार कर दिया, उसके बाद उसकी नतनी अमृता बाई पर भी पत्थर, डंडे से कई वार किए। दोनों की वहीं मौत हो गई।
उसके बाद पिता फुलसाय के साथ अमृतलाल अगरिया की झोपड़ी में गया। जहां अमृतलाल अगरिया नशे में सोया था। जहां सोते हालत में टांगी से 3-4 बार वार कर उसकी भी हत्या कर दी। उसके बाद सभी ने मिलकर अमृतलाल, दुहनीबाई और अमृता के शव को उनकी झोपड़ी के बाहर ले जाकर छोड़ दिए। आरपियों ने उसके बाद अमृता के सिर पर पत्थर रख दिए और सब वापस चले गए।
आरोपियों ने बताया कि मां टुनी बाई और पत्नी कौशल्या ने खून लगा कपड़ा और खून लगी चटाई चूल्हे में जला दिए। टांगी को बोर के पास कीचड़ में छुपा कर रख दिए। पुलिस ने घटनास्थल से सभी साक्ष्यों को जब्त कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपियों में विकेश अगरिया पिता फुलसाय (21 वर्ष), फुलसाय अगरिया पिता जगर साय (50 वर्ष), टुनी बाई अगरिया (46 वर्ष), कौशल्या अगरिया पति विकेश (19 वर्ष) सभी ग्राम चाल्हा शामिल हैं।
अंधे कत्ल का 24 घंटे के भीतर खुलासा करने में एडिशनल एसपी लखन पटेल, एसडीओपी धर्मजयगढ़ दीपक मिश्रा, सीएसपी योगेश पटेल, प्रशिक्षु आईपीएस प्रभात कुमार के साथ टीम में थाना प्रभारी घरघोड़ा अमित सिंह, थाना प्रभारी धरमजयगढ़ विजय पैकरा, थाना प्रभारी कापू उपनिरीक्षक एके बेक, एफएसएल फिंगर प्रिंट टीम, साइबर सेल, डॉग स्क्वॉड टीम में शामिल रहे।
(TNS)