BHILAI NEWS. जमीन खरीदी-बिक्री की नई कलेक्टर गाइडलाइन में भारी बढ़ोतरी के विरोध में भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव ने बुधवार को महात्मा गांधी चौक, दुर्ग में उपवास रखकर विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ताओं के साथ विधायक ने दिनभर विरोध जताया और कहा कि सरकार ने दो वर्षों में सिर्फ जनता की जेब खाली करने के फैसले लिए हैं।

विधायक देवेंद्र यादव ने कहा कि नई गाइडलाइन में 10% से लेकर 800% तक की वृद्धि कर दी गई है, जिससे जमीन का कारोबार ठप हो जाएगा और आम तथा मध्यम वर्ग अपना घर बनाने का सपना भी नहीं देख पाएगा। उन्होंने कहा कि “महंगाई के इस दौर में लोग बमुश्किल 500 से 1200 वर्गफीट का प्लॉट खरीदते हैं, लेकिन अब नई दरें उन्हें जमीन खरीदने ही नहीं देंगी। किसान भी जमीन न खरीद पाएंगे, न बेच पाएंगे।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में 2018-19 में जनता को राहत देने के लिए स्टांप ड्यूटी व पंजीयन शुल्क में 30% कटौती की गई थी और 5 डिसमिल से कम क्षेत्रफल वाली जमीन की रजिस्ट्री शुरू की गई थी। इससे गरीब और किसान अपनी जरूरत के अनुसार थोड़ा-बहुत हिस्सा बेचकर मकान, शिक्षा या विवाह जैसे महत्वपूर्ण कार्य कर पाते थे।

यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने न सिर्फ 30% की छूट को समाप्त कर दिया, बल्कि शुल्क को बढ़ाकर 100% कर दिया। उन्होंने बताया कि पहले भिलाई की मुख्य सड़कों से लगी जमीन की गाइडलाइन दर 1500 रुपये प्रति वर्गफीट थी, जो अब बढ़कर 3253 से 18,500 रुपये प्रति वर्गफीट तक कर दी गई है।
उन्होंने कहा कि सरकार के इस निर्णय से आम नागरिकों का आक्रोश सड़क पर दिख रहा है, और इसी दौरान विरोध जताने वाले नागरिकों व व्यापारियों पर किए गए पुलिस लाठीचार्ज की भी कड़ी निंदा की।

विरोध प्रदर्शन में पूर्व विधायक अरुण वोरा, पूर्व महापौर आर.एन. वर्मा, नीता लोधी, सभापति गिरवर (बंटी) साहू, एमआईसी सदस्य सीजू एंथोनी, लक्ष्मीपति राजू, संदीप निरंकारी, साकेत चंद्राकर, एकांश बंछोर, लालचंद वर्मा, आदित्य सिंह, सुमीत पवार, अभिषेक मिश्रा सहित कांग्रेस के बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।

































