INDORE NEWS. इंदौर क्राइम ब्रांच ने नकली नोट प्रकरण में एक और फरार आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी अंकित बुरासी, निवासी बाणगंगा के पास से 500-500 रुपए के लगभग 45 नकली नोट और एक प्रिंटर बरामद किया गया। बरामद नोटों की कीमत करीब 22,500 रुपए है। वहीं, प्रिंटर और अन्य प्रिंटिंग सामग्री समेत जब्ती की कुल कीमत लगभग 1.50 लाख रुपए बताई जा रही है।

आरोपी पर पहले भी एक आपराधिक प्रकरण दर्ज रह चुका है। पुलिस के मुताबिक, इससे पहले क्राइम ब्रांच ने 11 दिसंबर की रात गुटकेश्वर महादेव मंदिर के पास, सदर बाजार रोड से चार युवकों ऋषिकेश तोण्डे, वंश केथवास, रितेश नागर और आकुंश यादव को गिरफ्तार किया था।
इनके पास से अलग‑अलग सीरीज के नकली नोट बरामद हुए थे। अब तक कुल करीब दो लाख रुपए के नकली नोट बरामद किए जा चुके हैं। पूछताछ में खुलासा हुआ कि सभी ने इंस्टाग्राम पर रील देखकर नकली नोट प्रिंट करने का तरीका सीखा और कम दाम पर नकली नोट तैयार कर ज्यादा पैसा कमाने का शॉर्टकट अपनाया।

बाजार में खपाने थे नकली नोट
अंकित बुरासी का नाम भी इन्हीं आरोपियों की पूछताछ के दौरान सामने आया। क्राइम ब्रांच टीम ने दबिश देकर उसे पकड़ लिया और उसके पास से प्रिंटर, प्रिंटिंग सामग्री और नकली नोट बरामद कर लिए। पुलिस का कहना है कि ये युवक मिलकर शहर में इन नोटों को बाजार में खपाने की फिराक में थे।

इन धाराओं में दर्ज किया केस
पुलिस आयुक्त संतोष कुमार सिंह के निर्देश पर क्राइम ब्रांच लगातार अवैध गतिविधियों और फर्जी करेंसी गिरोह के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। आरोपियों के खिलाफ अपराध शाखा में अपराध क्रमांक 0213/2025, धारा 179 और 180 बीएनएस के तहत केस दर्ज किया गया है।

नेटवर्क की जांच में जुटी पुलिस
पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या इन नकली नोटों का नेटवर्क इंदौर से बाहर अन्य जिलों तक फैला हुआ है। कहीं इन नोटों का इस्तेमाल ऑनलाइन या पेट्रोल पंप, बाजार, हाट-बाजार जैसी जगहों पर तो नहीं किया गया है।


































