NEW DELHI NEWS. एआई (Artificial intelligence) ने डिजिटल क्रांति ला दी है। दरअसल, गूगल मैप्स अब एआई जेमिनी से लैस होगा। रास्ता पूछने के लिए स्क्रीन टच करने की भी जरूरत नहीं रहेगी। आप बोलकर पूछते रहें, एआई जवाब देता रहेगा। ठीक वैसे, जैसे कोई दोस्त बगल में बैठा हो। आप बोलकर रास्ते में आने वाली जगहें खोज सकते हैं, चार्जिंग स्टेशन ढूंढ़ सकते हैं, पहुंचने का अनुमानित समय दोस्तों संग शेयर कर सकते हैं। कैलेंडर में इवेंट जोड़ सकेंगे। खबर या खेल अपडेट भी पूछ सकेंगे। भारत में यह सुविधा जल्द शुरू होगी।

ऐसे मैप अपडेट कर सकेंगे
ट्रैफिक अपडेट करें: आप बोलकर मैप में ट्रैफिक रुकावट अपडेट कर सकेंगे। दूसरों के काम आएगा। जैसे- यहां हादसा दिख रहा है। आगे रास्ते पर पानी है।
लैंडमार्क-आधारित निर्देश… मैप्स अब ‘500 फीट बाद दाएं मुड़ें’ के बजाय दुकान, पेट्रोल पंप जैसे लैंडमार्क का नाम लेकर बताएगा। जैसे- ‘सुधा डेयरी के बाद बाएं मुड़ें।’ लैंडमार्क की 25 करोड़ डिटेल्स हैं।

ऑटो ट्रैफिक अलर्ट… आप एक्टिवली नेविगेट नहीं कर रहे तो रास्ते में पड़ने वाले जाम और अन्य अपडेट बताएगा।
कैमरा से जगह पहचानने वाला लेंस… फोन उठाएं → कैमरा ऑन करें। रेस्टोरेंट, कैफे, दुकानों पर पिन दिखेंगे। पूछ सकते हैं: यह जगह लोकप्रिय क्यों है?

ऐसे काम करेगा फीचर
दरअसल, भीड़भाड़ वाले इलाके में यूजर्स का डेटा खंगालेगा। भीड़ से पहले जेमिनी नजदीकी पार्किंग व शॉपिंग के ठिकाने बता सकता है। यह हादसे वाले क्षेत्रों से पहले अलर्ट करेगी। एनएचएआई के साथ मैप्स ने साझेदारी की है। सड़क बंद होने और मरम्मत से संबंधित रियल टाइम डेटा दिखाया जाएगा। मैप्स स्पीडोमीटर के बगल में सड़क की स्पीड लिमिट दिखाएगा। नियमों के तहत ड्राइव करने में मदद करेगा।




































