KAWARDHA NEWS. छत्तीसगढ़ में धान खरीदी का समय नजदीक आ रहा है। ऐसे में धान खरीदी से पहले ही सेवा सहकारी समिति और कम्प्यूटर ऑपरेटर संघ ने मोर्चा खोल दिया है। संघ ने 4 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन किया और मांगे पूरी नहीं करने पर किसानों की धान खरीदी प्रभावित हो सकती है। इसके साथ ही मांगे पूरी नहीं होने पर 3 नवंबर से अनिश्चितकालीन आंदोलन की चेतावनी भी दी है।

धान खरीदी से पहले कवर्धा में जिला सहकारी समिति कर्मचारी संघ और धान खरीदी ऑपरेटर संघ ने अपनी चार सूत्रीय मांगों को लेकर मोर्चा खोल दिया है। कर्मचारियों ने रैली निकालकर कलेक्ट्रेट पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान जिलेभर के समिति कर्मचारियों और ऑपरेटरों ने एकजुट होकर अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की।

कर्मचारियों ने बताया कि लंबे समय से धान खरीदी कार्य में लगातार योगदान देने के बावजूद उन्हें उचित मानदेय और सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। उनकी प्रमुख मांगों में धान की सुखद राशि का भुगतान, वेतन वृद्धि, कम्प्यूटर ऑपरेटरों की आउटसोर्सिंग व्यवस्था समाप्त करने के साथ-साथ वर्ष 2024-25 की शॉर्टेज राशि का भुगतान शामिल है।

संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि हर साल वादे किए जाते हैं, लेकिन अब तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ है। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने उनकी मांगों पर जल्द निर्णय नहीं लिया तो आगामी 3 नवम्बर से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की जाएगी, जिससे धान खरीदी कार्य प्रभावित हो सकता है।

इधर, बालोद में भी समर्थन मूल्य में धान खरीदी की तारीख नजदीक आते ही सहकारी समिति के कर्मचारी और कंप्यूटर ऑपरेटर अपनी मांग को लेकर आंदोलन की ओर रुख कर गए हैं। बालोद जिला मुख्यालय में 143 धान उपार्जन केंद्रों के कंप्यूटर ऑपरेटर और 122 सेवा सहकारी समिति के कर्मचारी अपनी चार सूत्रीय मांग को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। मांगों को लेकर कर्मचारियों ने डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा जिसमें इस बात पर जोर दिया गया कि यदि उनकी चार सूत्रीय मांगें पूरी नहीं की गईं तो वे धान खरीदी का बहिष्कार कर अनिश्चितकालीन आंदोलन करेंगे।


































