BILASPUR NEWS. अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय में विभिन्न स्तरों पर की गई प्रशासनिक व वित्तीय अनियमितताओं की जांच शुरू हो गई है। विश्वविद्यालय में शैक्षणिक पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया, गार्डन व तालाब के सौंदर्यीकरण कार्य और दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को किए गए अग्रिम भुगतान सहित कई मामलों में गड़बड़ियों की शिकायतों के बाद शासन ने जांच समिति गठित की है।
विश्वविद्यालय प्रशासन पर यह आरोप है कि कई नियुक्तियां नियमों को ताक पर रखकर की गईं। साथ ही गार्डनिंग और ब्यूटीफिकेशन प्रोजेक्ट के नाम पर मोटी रकम खर्च की गई, जिसमें प्रक्रियात्मक पारदर्शिता नहीं बरती गई। यही नहीं, दैनिक वेतनभोगियों को निर्धारित प्रक्रिया के विरुद्ध अग्रिम भुगतान किए जाने की बात भी सामने आई है।
सूत्रों के मुताबिक, जांच समिति दस्तावेजों की बारीकी से पड़ताल कर रही है। जल्द ही समिति अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपेगी, जिसके आधार पर जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई तय मानी जा रही है।
बढ़ रही है छात्रों और शिक्षकों की चिंता
इन आरोपों और जांच के बीच विश्वविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों में चिंता का माहौल है। शैक्षणिक और प्रशासनिक कार्यों की गुणवत्ता पर भी सवाल उठने लगे हैं। शिक्षाविदों का कहना है कि यदि जांच निष्पक्ष और पारदर्शी रही तो इससे उच्च शिक्षा संस्थानों में जवाबदेही की एक मिसाल कायम होगी।