AMBIKAPUR NEWS. सरगुजा जिले के सीतापुर वनपरिक्षेत्र में गजराज का खूनी तांडव थमने का नाम नहीं ले रहा है। आपको बता दें कि सीतापुर रेंज के सल्याडीह सर्किल के ग्राम टीरंग में दल से बिछड़े एक दंतैल हाथी ने रिहायशी क्षेत्र में घुसकर 60 वर्षीय बुजुर्ग डेचका राम पैंकरा को रौंद दिया, जिससे उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
वहीं मौके पर यह खूनी मंजर देखकर एक अन्य महिला ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। वहीं दल से बिछड़े आक्रामक हुए दंतैल हाथी द्वारा बुजुर्ग को मौत के घाट उतारने के बाद गांव में अफरा-तफरी का माहौल निर्मित हो गया। जहां ग्रामीणों ने वन विभाग की टीम के साथ आक्रामक हुए हाथी को रिहायशी इलाके से जंगल की ओर खदेड़ने में सफलता हासिल की। इसके बाद सभी ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।
इधर वन विभाग की टीम ने मृतक के परिजनों को 25 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की है और प्रकरण तैयार कर 5 लाख 75 हजार जल्द ही पीड़ित परिवार को दिए जाने की बात कही है। वहीं वन विभाग की टीम ने अलर्ट जारी करते हुए आक्रमक हुए इस दंतैल हाथी की वापस लौटने की आशंका पर निगरानी शुरू कर दी है। वहीं पूरे मामले में बतौली पुलिस ने घटनास्थल से मृतक का शव बरामद कर पीएम के बाद परिजनों को सौंप दिया है और मर्ग रिपोर्ट दर्ज कर पूरे मामले में आगे की जांच शुरू कर दी है।
बता दें कि महज 02 सप्ताह पहले सीतापुर और लुण्ड्रा रेंज में हाथियों के दल ने कुल 04 लोगों को मौत के घाट उतारा था और अब 01 बुजुर्ग की हाथियों द्वारा जान लिए जाने से वन विभाग की मुस्तैदी पर सवाल खड़ा होना भी शुरू हो गया है। जहां वन विभाग की टीम हाथी-मानव द्वंद रोकने के लिए जमीनी स्तर पर कोई बेहतर उपाय नहीं निकाल पा रहीं है। जिससे हाथियों द्वारा जनहानि किए जाने का सिलसिला जारी है।