NARAYANPUR NEWS.दुर्ग रेलवे स्टेशन में 25 जुलाई को कथित धर्मांतरण और मानव तस्करी के मामले में अब नया मोड़ आ गया है। इस केस में बिलासपुर NIA कोर्ट से नन और युवक को जमानत मिलने के बाद, छुड़ाई गई युवतियों ने सामने आकर बजरंग दल और ज्योति शर्मा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
शनिवार दोपहर कमलेश्वरी प्रधान, सुकमती मंडावी, ललिता उसेंडी, युवक की बहन सुकमती मरकाम और कमलेश्वरी की मां बुधिया प्रधान ने नारायणपुर एसपी कार्यालय पहुंचकर लिखित शिकायत दर्ज कराई। हालांकि शिकायत के दौरान पुलिस अधिकारी मौजूद नहीं थे, लेकिन युवतियों से शिकायत ले ली गई। उन्होंने मांग की कि ज्योति शर्मा समेत बजरंग दल से जुड़े सभी लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए और उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाए।
गंभीर आरोप: मारपीट, जातिगत गालियां और जबरन बयान
तीनों युवतियों ने आरोप लगाया कि 25 जुलाई को दुर्ग रेलवे स्टेशन पर ज्योति शर्मा और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने उनके साथ मारपीट की, जातिगत गालियां दीं और जबरन उन्हें सखी सेंटर ले जाया गया। युवतियों का कहना है कि बिना उनकी बात सुने ही उन्हें प्रताड़ित किया गया और उनका झूठा बयान दर्ज कराया गया। इसके अलावा दोनों ननों के साथ भी दुर्व्यवहार हुआ। मलेश्वरी प्रधान ने कहा, “हमें जबरन रोका गया, धमकाया गया और गलत आरोप लगाए गए। अब हम न्याय चाहते हैं और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग करते हैं।”
कोर्ट के फैसले से राहत
युवतियों ने बिलासपुर NIA कोर्ट का आभार जताते हुए कहा कि नन और युवक सुखमन मंडावी को जमानत मिलने से उन्हें राहत मिली है। उन्होंने साफ किया कि उन्हें जबरन मानव तस्करी और धर्मांतरण के नाम पर फंसाया गया। यह मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है और आने वाले समय में इस पर कानून और प्रशासन की क्या प्रतिक्रिया होती है, इस पर नजरें टिकी हैं।