BILASPUR NEWS. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोटा के डीकेपी हाई स्कूल मैदान में आयोजित विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम में शामिल होकर राज्य सरकार और RSS पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में भाजपा सरकार के शासन में खाद की कालाबाजारी हो रही है, जिससे किसान परेशान हैं, लेकिन सरकार चुप है। यहां किसान और आदिवासियों की नहीं, बल्कि व्यापारियों की सरकार है।
बता दें, भूपेश बघेल ने गौठान योजना को लेकर भी सरकार पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि 2 साल पहले जो गौठान योजना चल रही थी, उसे बंद कर दिया गया था, अब उसी को घटिया स्तर पर फिर से शुरू किया जा रहा है।
कांग्रेस सरकार के कार्यकाल का जिक्र करते हुए बघेल ने बताया कि 9 अगस्त 2019 को उनकी सरकार ने विश्व आदिवासी दिवस पर छत्तीसगढ़ में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की थी और हर साल इस दिन कार्यक्रम आयोजित होते थे। लेकिन भाजपा सरकार ने सत्ता में आने के बाद इस दिन कोई भी कार्यक्रम आयोजित नहीं किया, जबकि प्रदेश में आदिवासी मुख्यमंत्री हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार आदिवासियों के अधिकारों का हनन कर रही है। पेसा कानून, वन अधिकार और पर्यावरण अधिनियम का पालन नहीं हो रहा है। आदिवासियों का रोजगार छीना जा रहा है और उनकी पहचान मिटाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने बिजली बिलों में बढ़ोतरी को लेकर भी सरकार को घेरा और कहा कि गरीब, किसान और आदिवासी सभी परेशान हैं।
बघेल ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पहले आदिवासी दिवस मनाने के लिए प्रोटोकॉल जारी किया था, लेकिन संघ कार्यालय से आदेश आने के बाद सरकार ने कार्यक्रम न करने का निर्णय लिया। कार्यक्रम के दौरान आदिवासी कलाकारों ने लोकगीतों पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किए और बड़ी संख्या में लोग सम्मिलित हुए।


































