RAIGARH NEWS. रायगढ़ जिले के तमनार ब्लॉक के मुड़ागांव में हुए पेड़ कटाई मामले में राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। मामले को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। भाजपा ने दस्तावेज जारी किए हैं, जिसमें पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में महाजैंको को जनसुनवाई की अनुमति देने के साथ-साथ पर्यावरणीय स्वीकृति भी दी गई थी। भाजपा का कहना है कि कांग्रेस पेड़ कटाई मामले में राजनीतिक रोटी सेंक रही है, जबकि हकीकत यह है कि सारा कुछ किया धरा कांग्रेस का ही है। सत्ता चले जाने के बाद कांग्रेस अब इस मामले में प्रोपेगेंडा कर रही है।


तमनार ब्लाक के मूड़ागांव में महाजैंको को आबंटित कोल ब्लॉक के लिए अदानी कंपनी के द्वारा कराए जा रहे पेड़ों की कटाई का मामला तूल पकड़ने लगा है। पेड़ों की कटाई के विरोध में पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज के दौरे के बाद पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने भी दो दिन पहले 20 विधायकों के साथ मुड़ागांव का दौरा किया और आदिवासियों को समर्थन देने की बात कही थी। मामले को लेकर अब सियासत और गरमाने लगी है।

भाजपा ने अब पेड़ों की कटाई के लिए कांग्रेस सरकार को दोषी ठहराते हुए दस्तावेज जारी किया है। भाजपा का कहना है कि पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने ही सरकार में रहते महाजैंको कंपनी को जनसुनवाई की अनुमति दी थी। कांग्रेस कार्यकाल में ही जमीनों का डायवर्सन हुआ है और कांग्रेस कार्यकाल में ही पर्यावरणीय स्वीकृति भी कंपनी को मिली है। सत्ता चले जाने के बाद कांग्रेस अब घड़ियाली आंसू बहाते हुए प्रोपोगेंडा कर रही है। हकीकत यह है कि कांग्रेस के पैरों तले जमीन खिसक चुकी है और अब कांग्रेस नेता किसी तरह सुर्खियां बटोरना चाह रहे हैं। लेकिन जनता सब कुछ समझ चुकी है।

इधर मामले में कांग्रेस ने पलटवार किया है। कांग्रेस का कहना है कि प्रदेश के बड़े नेताओं के रायगढ़ दौरे से भाजपा बौखला गई है। अदानी के द्वारा जिस तरह से पेड़ों की कटाई की जा रही है। उससे यह उजागर हो गया है कि भाजपा का अदानी से क्या संबंध है। कांग्रेस का यह भी कहना है कि पर्यावरणीय स्वीकृति देने और कोल ब्लॉक आवंटन का अधिकार केंद्र सरकार का है। भाजपा चाहे तो इस पर आपत्ति कर पेड़ों की कटाई रोक सकती थी, लेकिन भाजपा व्यर्थ की बयानबाजी कर रही है।