BILASPUR NEWS. बिलासपुर के मल्हार में बिजली के बेतहाशा बिल से लोग परेशान हैं। यहां विद्युत विभाग की ऐसी कारगुज़ारी सामने आई है, जिसमें एकल बत्ती कनेक्शन वाले कई विद्युत उपभोक्ताओं को हज़ारों हजार का बिजली बिल भेज दिया गया है। इतना ही नहीं कुछ उपभोक्ता ऐसे भी हैं जिनके यहां मीटर ही नहीं लगा उन्हें भी भारी भरकम बिल थमा दिया गया है। 30 से ज्यादा ऐसे विद्युत उपभोक्ता आज इसकी शिकायत लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे।
कलेक्टर को शिकायत देते हुए 30 से ज्यादा लोगों ने विद्युत विभाग की मनमानी पर सवाल उठाया। उपभोक्ताओं ने बताया कि, उनके नाम से विद्युत विभाग ने मनमाना बिजली बिल दे दिया है। किसी का 8 हजार रुपए का बिल है तो किसी का 11 और 15 हजार रुपए का बिल। उपभोक्ताओं की माने तो स्मार्ट मीटर लगने के बाद से बेतहाशा बिजली बिल मिल रहा है। जबकि कई उपभोक्ता ऐसे हैं जिनका एकल बत्ती कनेक्शन है। इतना ही नहीं कुछ उपभोक्ता ऐसे हैं जिनके यहां मीटर ही नहीं लगा है, उन्हें भी हज़ारों का बिल भेज दिया गया है।
विद्युत उपभोक्ताओं ने बताया कि, वे ग्रामीण, गरीब परिवेश से आते हैं उनकी आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं की वे इतना भारी भरकम बिल जमा कर पाएं। सामान्य मीटर में पहले उनका सीमित बिल आता था। लेकिन अब भारी भरकम बिल जमा करने के लिए विद्युत विभाग लगातार उनपर दबाव बना रहा है। उनके शिकायतों का भी विभाग कोई निराकरण नहीं कर रहा है। कलेक्टर को शिकायत देते हुए विद्युत उपभोक्ताओं ने समस्या के निराकरण की मांग की है।
कांग्रेस ने प्रदेश में शुरू किया बिजली दर का विरोध
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेंटी अध्यक्ष दीपक बैज के निर्देशानुसार मुंगेली जिले के कांग्रेस भवन में जिला कांग्रेस अध्यक्ष घनश्याम वर्मा ने बिजली बिल की बढ़ोतरी को लेकर प्रेसवार्ता किया । प्रेसवार्ता में जिलाध्यक्ष ने भारतीय जनता पार्टी की साय सरकार को घेरते हुए कहा राज्य की भाजपा सरकार ने एक बार फिर आम जनता की जेब पर डाका डालते हुए बिजली दरों में बेतहाशा वृद्धि कर दी है।
सरकार द्वारा घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 10 से 20 पैसे प्रति यूनिट, गैर-घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 25 पैसे प्रति यूनिट तथा किसानों की कृषि विद्युत दर में 50 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोत्तरी की गई है। इस निर्णय से राज्य के आम नागरिकों और अन्नदाताओं को अतिरिक्त आर्थिक बोझ का सामना करना पड़ेगा। साथ ही सरकार पूरे समय बिजली नहीं दे पा रही है। अघोषित बिजली कटौती लगातार जारी है। ऊपर से सरकार ने बिजली के दामों में एक बार फिर बढ़ोतरी करके जनता की जेब में डकैती डाला है।