RAIGARH NEWS. छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में हाथियों का आतंक फैला हुआ है। इससे सबसे ज्यादा रायगढ़, सरगुजा जैसे इलाके प्रभावित हैं। इस बीच, रायगढ़ जिले में हाथी के हमले से 3 लोगों की जान चली गई। इसके अलावा जमकर उत्पात मचाया। इस दौरान गोसाईडीह में 3 साल के बच्चे को पटक-पटककर हाथी ने मार डाला। इसके बाद मोहनपुर में एक महिला को खेत में पटका। साथ ही हाथी ने घर की दीवार को ढहा दिया, जिसमें दबने से एक ग्रामीण की मौत हो गई।
इसके अलावा हाथी ने कई घरों में तोड़फोड़ भी किया है। मामले की जानकारी लगते ही वन विभाग की टीम सुबह मौके पर पहुंची। मृतकों में बच्चा अंगेकेला का रहने वाला था और महिला-पुरुष दोनों मोहनपुर के रहने वाले थे।जानकारी के अनुसार हथिनी मंगलवार रात अपने शावक के साथ बगुडेगा पहुंची थी। जब इसकी जानकारी वन अमले को लगी तो करीब दस किमी तक मुनादी कराई गई। ताकि कोई नुकसान न हो, लेकिन हाथी वहां से चलते हुए गमेकेला तक आ गए।
ग्रामीणों को जब इसकी जानकारी लगी, तो वे घर से बाहर आ गए। तब यहां हाथी ने 2 घरों को तोड़ दिया। इसी दौरान 3 साल का बच्चा रोने लगा। जिसकी आवाज सुनकर हाथी ने उसे अपने सूंड से पटककर मार डाला। इससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद ग्रामीण और वनकर्मियों ने उसे खदेड़ा। ऐसे में हाथी वहां से आगे बढ़कर मोहनपुर गांव पहुंच गया। यहां उसने संतरा बाई (43 साल) पर हमला कर दिया। इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घटना को अंजाम देकर हाथी मोहनपुर जंगल किनारे बने एक घर के पास पहुंचा और कच्चे घर को ढहा दिया। जहां मलबे में दबकर पुरुषोत्तम खड़िया (50) की मौत हो गई।
हाथी ने मोहनपुर में 3 घरों को तोड़ा दिया। इसके बाद रात में ही जंगल की ओर चला गया। मामले की जानकारी लगने पर वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी पहुंचे। आज सुबह नुकसान का आकलन कर मृतकों के परिजनों को तात्कालिक सहायता राशि देकर आगे की प्रक्रिया की जा रही है। बता दें कि 3 माह में 6 लोगों की मौत हाथी के हमले से हुई है। जिसमें 3 महिला, 2 ग्रामीण और एक बच्चा शामिल है।