RAIPUR NEWS. सूदखोर तोमर ब्रदर्स के वसूलीबाजों पर रायपुर पुलिस ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने भाठागांव निवासी राजधानी के बड़े सूदखोर वीरेंद्र सिंह तोमर (रूबी) और भाई रोहित तोमर के लिए ब्याज वसूली करने वाले दो गुर्गों को गिरफ्तार कर लिया है। इस दौरान पुलिस ने व्हाट्सएप पर चलाए जा रहे ब्याज वसूली के एक बड़े और खतरनाक सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस को वसूलीबाजों के पास के तोमर बंधुओं के अवैध वसूली के करोड़ों रुपए का हिसाब-किताब मिला है। बता दें कि रूबी तोमर और रोहित तोमर अब भी फरार चल रहे हैं।
रायपुर एसएसपी डॉ लाल उम्मीदवार सिंह ने बताया कि दोनों वसूलीबाज गुर्गों से व्हाट्सएप पर विस्टों फाइनेंस के नाम से ग्रुप बनाकर की गई करोड़ों रुपए की वसूली का हिसाब मिला है। इस ग्रुप को वसूली मैनेजर बंटी सहारे संचालित करता था। ग्रुप के ज़रिए वह जिसका ब्याज जिस तारीख़ को ड्यू होता था, उसे मैसेज करके ब्याज अदा करने का मैसेज भेजता था। जो ब्याज अदा नहीं कर पाते थे, उन्हें तोमर ब्रदर्स को फेस करना पड़ता था। इस ग्रुप के ज़रिए पुलिस को तोमर बंधुओं की सूदखोरी का पूरा चिट्ठा मिला है, जो करोड़ों रुपए का है।
पुलिस को पूछताछ में बंटी सहारे ने बताया कि, वो पिछले 2 साल से रोहित तोमर, वीरेन्द्र तोमर और दिव्यांश के कहने पर ब्याज वसूली मैनेजर का काम कर रहा था। वो वसूली के लिए वॉट्सऐप पर विस्टो फाइनेंस के नाम से ग्रुप बनाया है। जिसमें ब्याज की वसूली का हिसाब रखता है और उसे ऑपरेट करता था। जो व्यक्ति ब्याज नहीं देता था, उसको तोमर ब्रदर्स धमकी देते थे।
जांच के दौरान क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि तोमर बंधुओं के सहयोगी बंटी सहारे एवं जितेंद्र देवांगन उर्फ़ मोनू ब्याज के काम की देख-रेख करते हैं। दोनों को गिरफ़्तार कर पूछताछ की गई तो बंटी सहारे ने बताया कि वह विगत दो वर्षों से रोहित तोमर, वीरेन्द्र तोमर एवं दिव्यांश के कहने पर उनके लिये ब्याज वसूली मैनेजर का काम करता है।
इसके लिए विस्टो फाइनेंस के नाम से ग्रुप बनाया गया है, जिसमें ब्याज की वसूली होती है तथा पूरा लेखा जोखा इसी से चलता है। जो व्यक्ति ब्याज नहीं देता था, उसे उसको तोमर बंधुओं का फोन जाता था। पुलिस ने आरोपी बंटी सहारे एवं जितेंद्र देवांगन उर्फ़ मोनू के ख़िलाफ़ भी बीएनएस के साथ छत्तीसगढ़ ऋिणयों का संरक्षण अधिनियम में कार्यवाही की गई और जेल भेज दिया गया।