DANTEWADA NEWS. दंतेवाड़ा के किरंदुल थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एनएमडीसी कर्मी को डिजिटल अरेस्ट कर 28 लाख रुपये की ठगी की गई। आरोपियों ने ख़ुद को बैंक अधिकारी बताकर पीड़ित के खाते से अवैध लेन देन होने की बात कह कर डराया । आरोपियों के झांसे में आकर पीड़ित ने 28 लाख रुपये उनके खाते में ट्रांसफर कर दिए ।


ठगी का एहसास होने के बाद पीड़ित ने पुलिस में शिकायत की है । शिकायत के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गुजरात के जामनगर से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह टेक्नोलॉजी का दुरुपयोग कर लोगों को निशाना बना रहा था। पुलिस ने आरोपियों से मोबाइल, सिम कार्ड और बैंक डिटेल्स जब्त की हैं। मामले की जांच जारी है ।

दुर्ग पुलिस ने ठगी के दो आरोपियों को किया गिरफ्तार
इधर भिलाई के प्रगति नगर रिसाली में सायबर ठगों ने 2,00,00,000 रुपए का मनी लांड्रिंग का आरोप लगाते हुए चंद्राकर परिवार को डिजिटल अरेस्ट के नाम पर 54 लाख 90 हजार रुपए की ठगी कर ली। इस मामले में दुर्ग पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 2 आरोपियों को आज ठाणें से गिरफ्तार किया है। इससे पहले भी पुलिस ने इस ठगी के मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। आज 2 और आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद कुल गिरफ्तार किए गए ठगों की संख्या 6 हो गई है।

बता दें, आज पकड़े गए आरोपियों में महाराष्ट्र के ठाणे जिले से रुषिकेश जोशी और खाताधारक बालकरन जोशी शामिल हैं। इससे पहले पुलिस ने लखनऊ (उत्तर प्रदेश) से 4 आरोपियों- दीपक गुप्ता, राजेश विश्वकर्मा, कृष्ण कुमार और शुभम श्रीवास्तव को गिरफ्तार किया था।

जानकारी के मुताबिक, आरोपियों ने खुद को CBI अधिकारी बताकर नम्रता चन्द्राकर के पिता को वीडियो कॉल किया। उन्होंने झूठा आरोप लगाया कि उनके नाम से केनरा बैंक में खोला गया खाता नरेश गोयल नामक व्यक्ति को बेच दिया गया है और उस खाते से 2 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग की गई है।