RAIPUR NEWS. छत्तीसगढ़ में फिर चरण पादुका योजना शुरू होगी। इस पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा बहुत जल्द मोदी की एक और गारंटी पूरी होगी। तेंदूपत्ता संग्राहकों को चरण पादुका देंगे। कांग्रेस सरकार ने चरण पादुका को बंद कर दी थी। हमें अपने आदिवासी भाइयों का ख्याल है।
वहीं सुकमा कांग्रेस भवन और लखमा की संपत्ति अटैच पर CM विष्णु देव साय ने कहा कांग्रेस सरकार ने 5 साल भ्रष्टाचार किया है। भ्रष्टाचार की जांच केंद्रीय एजेंसियां कर रही है। कांग्रेस कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकती हैं।कांग्रेस फंसी है तो और भी क्या कर सकती है। वहीं रायगढ़ में अवैध अतिक्रमण पर कार्रवाई को लेकर CM विष्णु देव साय ने कहा रायगढ़ के विधायक वित्त मंत्री ओपी चौधरी हैं । मामले की जानकारी उनको है।
छत्तीसगढ़ सरकार एक बार फिर तेंदुपत्ता संग्राहकों के लिए चरणपादुका योजना इसी माह शुरु करने जा रही है। कांग्रेस सरकार ने इस योजना को बंद कर दिया था। अब तेंदूपत्ता संग्राहकों को सरकार की ओर से एक बार फिर चरणपादुका उपलब्ध कराया जाएगा। लेकिन इसे लेकर अब राजनीति तेज हो गई है। कांग्रेस ने इसे कमीशन पादुका योजना करार दिया है।
छत्तीसगढ़ के बस्तर अंचल में तेंदुपत्ता संग्राहकों के लिए चरणपादुका योजना बेहद चर्चित रही। पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में इस योजना की शुरुआत की गई थी। लेकिन 2018 में कांग्रेस की सरकार आने के बाद इस योजना को बंद कर दिया गया था। भाजपा ने 2023 में मोदी की गारंटी में चरणपादुका योजना को दोबारा शुरु करने का वादा किया था। अब इस योजना को राज्य सरकार फिर से लागू करने जा रही है। इसी के साथ मोदी की गारंटी में किया एक और वादा पूरा होगा।
कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप कहते हैं कि सरकार अपने वनवासी भाइयों के साथ है। उनके स्वास्थ्य की हमें चिंता है। इसलिए यह योजना एक बार फिर प्रारंभ की जा रही है। जून के अंतिम सप्ताह में चरणपादुका वितरण का कार्यक्रम प्रारंभ कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय चरण पादुका वितरण की योजना का आगाज करेंगे।
क्यों योजना का विरोध कर रही है कांग्रेस
दूसरी ओर कांग्रेस एक बार फिर इस योजना का विरोध कर रही है। पीसीसी चीफ दीपक बैज इसे कमीशन पादुका याेजना करार देते हैं। उनका कहना है, सरकार कमीशन के लिए इस योजना को दोबारा शुरू करने जा रही है। जबकि कांग्रेस की सरकार में तेंदुपत्ता संग्राहकों का बोनस इतना बढ़ा दिया गया था कि वे स्वयं अपनी जरूरतों का सामान ले सकें।
तेंदुपत्ता संग्राहक बेहद विपरीत परिस्थितियों में वनों के भीतर जाकर तेंदुपत्ता लाते हैं। यही वजह है कि उन्हें चप्पल और जूते देने चरणपादुका योजना की शुरुआत भी की गई थी। लेकिन पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने इस योजना को बंद कर दिया। अब भाजपा सरकार एक बार फिर इसे शुरू करने जा रही है। ऐसे में यही उम्मीद की जा सकती है कि चरणपादुका का वितरण सही ढंग से हो और वास्तविक लोगों को योजना का लाभ मिले।