NEW DELHI NEWS. दुनिया के सामने पाकिस्तान का आतंकी चेहरा बेनकाब करने के लिए क्या कांग्रेस सांसद शशि थरूर भारत सरकार का ‘चेहरा’ बनेंगे? यह सवाल देश-दुनिया के राजनीतिक और कूटनीतिक गलियारों में गूंज रहा है।
दरअसल, केंद्र सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की पोल खोलने के उद्देश्य से अपने सांसदों का प्रतिनिधिमंडल विदेश भेजना तय किया है। सूत्रों के अनुसार सरकार ने केरल के तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर को इसमें शामिल करने की मंशा जाहिर की है।
थरूर अभी विदेश मामलों की संसदीय समिति के प्रमुख भी हैं। सरकार ने इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल करने के लिए कांग्रेस सहित अन्य पार्टी सांसदों के नाम मांगे हैं। शशि थरूर के संयुक्त राष्ट्र में बिताए कार्यकाल और विदेश मामलों में उनके अनुभव को देखते हुए सरकार चाहती है कि कांग्रेस से वह शामिल हों।
दूसरी ओर, कांग्रेस इस बात को लेकर असमंजस में है। कारण, ऑपरेशन सिंदूर को लेकर थरूर ने पार्टी लाइन से अलग बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी ने पहलगाम में आतंकी हमले का बेहतर ढंग से जवाब दिया है और पाकिस्तान को साफ संदेश दिया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि प्रतिनिधिमंडल के लिए सांसद का चयन पार्टी का आंतरिक मामला है।
कांग्रेस पार्टी में मच गई है खलबली
भारत-पाकिस्तान के तनाव के बाद कांग्रेस नेता शशि थरूर के मोदी का समर्थन करते हुए बयान देने पर पार्टी में खलबली मच गई है। इसी बीच सरकार की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से बात करके पाकिस्तान के खिलाफ दुनिया भर में भेजे जाने वाले सांसदों के प्रतिनिधिमंडल के लिए कांग्रेसी सांसदों के नाम मांगे गए हैं।
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जानिए क्या कहा थरूर ने
भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच अमेरिका की भूमिका पर शशि थरूर का कहना था कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गलत तरीके से भारत-पाकिस्तान को एक तराजू में तौलने का प्रयास किया है, ये हैरान कर देने वाला है। पाकिस्तान आतंकवाद का पोषण करने वाला देश है, जबकि भारत आतंकी घटनाओं से पीड़ित है। विश्व जानता है कि पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देता आया है। भारत ने केवल पहचाने गए आतंकी ठिकानों और लॉन्च पैड को तबाह किया है। उसने अमेरिका को मध्यस्थता नहीं करने दी। भारत के हमलों के बाद पाकिस्तान ने ही बातचीत की पहल की शुरुआत की थी।