AMBIKAPUR/ RAIPUR NEWS. अंबिकापुर के सनावल थाना क्षेत्र में रेत माफियाओं की दबंगई का सनसनीखेज मामला सामने आया है। रेत से भरी ओवरलोड गाड़ी से एक पुलिसकर्मी को कुचल दिया गया। मामले में लापरवाही बरतने पर थाना प्रभारी दिव्यकांत पांडेय को निलंबित कर दिया गया है।
आईजी दीपक झा ने कार्रवाई करते हुए मामले की गंभीर जांच के निर्देश दिए हैं। साथ ही सभी जिलों के एसपी और थाना प्रभारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि यदि कहीं भी अवैध खनन या ओवरलोडिंग की जानकारी मिलती है, तो तत्काल कड़ी कार्रवाई की जाए।
घटना को लेकर पूर्व मंत्री शिवकुमार डहरिया ने प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि रेत, खनन और शराब माफियाओं को सरकार का संरक्षण प्राप्त है, जिससे वे बेखौफ होकर कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं। डहरिया ने कहा कि ओवरलोड गाड़ियों के कारण आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं। ट्रैफिक और पुलिस विभाग इस पर लगातार कार्रवाई नहीं करते। बड़ी घटना के बाद ही थोड़े समय के लिए अभियान चलाया जाता है और फिर स्थिति जस की तस हो जाती है।
डहरिया ने रामानुजगंज की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि यूपी-बिहार जैसी स्थिति छत्तीसगढ़ में बनती जा रही है। माफियाओं का शासन है और सरकार का इस पर कोई नियंत्रण नहीं है।
भारतमाला प्रोजेक्ट घोटाले पर भी किया हमला
पूर्व मंत्री ने कहा कि केवल अधिकारियों को सस्पेंड करने से काम नहीं चलेगा, उनसे आर्थिक वसूली भी होनी चाहिए। सरकार सिर्फ कागजी कार्यवाही कर रही है, जबकि वास्तविक पीड़ितों को मुआवजा दिलाना उसकी जिम्मेदारी है।
ऑल पार्टी मीटिंग पर भी उठाए सवाल
पूर्व मंत्री शिवकुमार डहरिया ने प्रधानमंत्री की गैरमौजूदगी पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि वे बिहार में चुनाव प्रचार में व्यस्त थे, जबकि देश और विपक्ष यह जानना चाहते हैं कि पहलगाम हमले के आरोपियों का क्या हुआ और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में अब तक कितनी सफलता मिली है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के मुद्दे पर हम सरकार के साथ हैं, लेकिन जनता को सच्चाई से अवगत कराना जरूरी है।