KHAIRAGARH NEWS. खैरागढ़ जिले के गंडई थाना क्षेत्र में एक बड़ा घोटाला सामने आया है। बेरोजगारों से नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पूरे मामले को लेकर एस पी त्रिलोक बंसल ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि आरोपियों ने बेरोजगारों से कुल 37,67,900 रुपये की ठगी की थी।
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आपको बता दें कि यह पूरा मामला 2022 का है। आरोपी बिशेसर ध्रुव और भुवनेश देवांगन ने बेरोजगारों को नौकरी दिलाने का झांसा दिया था। उन्होंने कहा था कि उनके मंत्रालय में अच्छे संपर्क हैं और वे नौकरी दिला सकते हैं।
आरोपियों ने बेरोजगारों से अलग-अलग पदों के लिए अलग-अलग रकम मांगी थी। शिक्षक पद के लिए 15 लाख, चपरासी के लिए 8 लाख और लेबर इंस्पेक्टर के लिए 20 लाख की मांग की थी।
उनके झांसे में आकर संतोष और उसके रिश्तेदारों – संजू, विद्या, त्रिलोक और विवेक देवांगन ने मिलकर कुल 37.67 लाख रुपये नकद व ऑनलाइन ट्रांसफर के माध्यम से बिशेसर और उसके साथी भुवनेश देवांगन को दे दिए। आरोपियों ने बेरोजगारों को नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे लिए थे, लेकिन नौकरी नहीं दिलाई।
जब बेरोजगारों ने पैसे वापस मांगे, तो आरोपियों ने उन्हें झांसा दिया और कहा कि वे नौकरी दिलाने के लिए पैसे दे दिए हैं। आरोपियों ने बेरोजगारों को चेक भी दिए थे, लेकिन वे बाउंस हो गए। जिसके बाद पीड़ितों ने पुलिस में इस बात की शिकायत की थी।
बहरहाल गंडई थाना पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और पूरे मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस आरोपियों से इस बात की भी जानकारी हासिल करेगी कि इनके अलावा इन आरोपियों ने कहीं और किसी से भी इस तरह की ठगी तो नहीं की। इस मामले के सामने आने के बाद बेरोजगारों से नौकरी दिलाने के नाम पर बड़े फ्रॉड का खुलासा हुआ है, जिससे पुलिस भी हैरान है।