AMBIKAPUR NEWS. सरगुजा जिले के CHC यानि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उदयपुर में ACB ने छापामार कार्रवाई करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है। एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने इन्हे 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोचा है। गिरफ्तार आरोपियो में क्लर्क केपी पांडेय और लेखापाल नंदा राम पैंकरा के नाम शामिल है।
बताया जा रहा है कि अस्पताल के स्टाफ से TA बिल पास करने के एवज में ये लोग रिश्वत ले रहे थे। जिसकी जानकारी पीड़ित ने एसीबी को दी थी, इसके बाद एसीबी ने इन लोगों को रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया और आज इन्हे गिरफ्तार कर लिया है। एसीबी की इस कार्रवाई से अस्पताल प्रबंधन में हड़कंप मच गया है।
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बीईओ ऑफिस में एसीबी का छापा
आपको बता दें कि इसी प्रकार की कार्रवाई बीते जनवरी महीने में भी एसीबी के द्वारा की गई थी। जब सरगुजा जिले के सीतापुर निवासी एक शिक्षक ने रिश्वत मांगे जाने की शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम से की थी। शिकायत पर एसीबी की टीम ने सीतापुर बीईओ ऑफिस में छापा मारा। इस दौरान एसीबी की टीम ने बीईओ, बीईओ कार्यालय के बाबू व एक शिक्षक को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
बताया जा रहा है कि शिकायतकर्ता शिक्षक का स्थानांतरण जशपुर हो गया है। उसका अंतिम वेतन आहरण का एलपीसी व सेवा पुस्तिका के एवज में रिश्वत की डिमांड की गई थी। सीतापुर क्षेत्र निवासी सहायक शिक्षक चमर साय पैकरा पूर्व में शासकीय कन्या पूर्व माध्यमिक स्कूल बोदा बतौली में पदस्थ था। यहां से उनका स्थानांतरण जशपुर जिले के बागबहार में हो गया था।
स्थानांतरण के बाद बागबहार से वेतन आहरण के लिए एलपीसी (अंतिम वेतन प्रमाण पत्र) एवं सेवा पुस्तिका देने के एवज में सीतापुर के बीईओ मिथलेश सिंह सेंगर, व सहायक ग्रेड-2 राजकुमार पैकरा द्वारा 25 हजार रुपए रिश्वत की डिमांड की थी। सौदा 15 हजार रुपए में तय हुआ था।
उक्त रिश्वत प्राथमिक स्कूल धरमपुर में पदस्थ सहायक शिक्षक अनुराग बरई के माध्यम से दिया जाना था। रिश्वत मांगे जाने की शिकायत शिक्षक चमर साय ने एसीबी कार्यालय अंबिकापुर में की थी।