RAIPUR NEWS. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज पिछले कुछ दिनों से साय सरकार के खिलाफ अलग-अलग मुद्दों पर धरना, प्रदर्शन, आंदोलन और पदयात्रा कर रहे हैं। इससे दीपक बैज तो चुस्त नजर आ रहे हैं, लेकिन कांग्रेस के अनुषांगिक संगठनों की निष्क्रियता चर्चा का विषय बनी हुई है। ऐसे में बीजेपी इस पदयात्रा और कांग्रेस के अस्तित्व पर कई सवाल भी उठा रही है।
पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज अलग-अलग मुद्दों को लेकर लगातार पदयात्रा कर रहे हैं। इस बार दीपक बैज किरंदुल से दंतेवाड़ा तक बैलाडीला बचाओ पदयात्रा में हैं। इसे न्याय यात्रा का नाम भी दिया गया है। दीपक बैज अपनी पदयात्राओं के जरिए अपने और अपनी पार्टी को सक्रिय रखे हुए हैं। साथ ही लगातार पदयात्राओं के जरिए वह चर्चा में भी हैं।
वहीं दीपक बैज जैसी सक्रियता कांग्रेस के अन्य अनुषांगिक संगठनों किसान कांग्रेस, महिला कांग्रेस, कांग्रेस सेवा दल, SCST और पिछड़ा वर्ग कांग्रेस में नहीं दिखाई दे रही है। पिछले एक साल में इन सभी संगठनों की ओर से किसी मुद्दे को लेकर कोई बड़ा कार्यक्रम या आंदोलन नहीं हुआ है।
इधर बैज के ज्यादातर कार्यक्रमों में कांग्रेस के बड़े नेताओं की अनुपस्थिति भी कई सवाल खड़ा करती है। बीजेपी इस पर तंज कस रही है। मंत्री रामविचार नेताम का कहना है कि दीपक बैज कांग्रेस को नहीं खुद को बचाने यह पदयात्रा निकाल रहे हैं। वहीं मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल का कहना है कि हालत ऐसी है की बैज को अब कांग्रेस बचाओ यात्रा निकालनी चाहिए।
भाजपा के तंज पर पूर्व अमरजीत भगत का कहना है कि पार्टी में सबका काम बंटा हुआ है, हम आपस में बात कर अपने अपने क्षेत्रों में काम कर रहे हैं। संविधान बचाओ यात्रा चल रही है, जांजगीर चांपा से ये यात्रा शुरू हुई वहां सभी मौजूद थे हम सभी संपर्क में है और एक हैं। भाजपा को इसमें चिंता करने की जरूरत नहीं है।
कांग्रेस के नेता भी भले ही एकजुटता की बात करते हैं लेकिन दीपक बैज की पदयात्रा में बड़े नेताओं की अनुपस्थिति और अन्य संगठनों की सुस्ती से कई सवाल तो खड़े हो ही रहे हैं।