BHILAI NEWS. हवनकुंड मस्तों का झुंड मेंं जैसे गानों से भिलाई के दर्शक झूम उठे। यह मौका था बॉलीवुड के मशहूर प्लेबैक सिंगर दिव्य कुमार के कार्यक्रम का। वे रूंगटा आर-1 ग्रुप ऑफ कॉलेजेस में चल रहे सालाना कल्चरल एवं टेक्नो फेस्ट व्योम-2025 के दूसरे दिन लाइव कॉन्सर्ट के जरिए यूथ से रूबरू हुए। शानदार लाइटों की चकाचौंध कर देने वाली रौशनी के बीच जैसे ही बदलापुर का गीत जी करदा और भाग मिलखा भाग का सुपरहीट सॉन्ग हवनकुंड मस्तों का झुंड….हवन करेंगे, गूंजा हजारों युवाओं की भीड़ भी उनके संग गुनगुना उठी।
सिंगर दिव्य के गाए हर गीत पर जवां दिलों के पैर थिरकते रहे। फिल्म काय पो चे के हर दिल अजीज गीत शुभारंभ ने भी खूब शोहरत बटोरी। अपने फोन का टार्च जलाकर भिलाइयंस ने सफेद रौशनी के जरिए इस महफिल को और भी रंगीन बना दिया। इसके बाद अनप्लग सॉन्ग, ये जो हल्का-हल्का सुरूर है… ने भी सभी यूथ के बीच शोहरत पाई।
लाइव कॉन्सर्ट के बीच दिव्य कुमार ने देश भक्ति की अलख भी जगाई। ऑल टाइम फेवरेट गीत, ये संविधान है… के जरिए मौजूदा हजारों स्टूडेंट्स को देश के प्रति उनका कर्तव्य याद दिलाया। फिल्म बाहूबली के गीत, मनोहरी… से लेकर लेकर सलमान खान की फिल्म दबंग-३ का सॉन्ग, हुड़-हुड़ दबंग, दंबग और इस जैसे करीब दो दर्जनों गीतों की यह महफिल शानदार बन गई।
इस इवेंट में दिव्य ने अपने गीतों से भिलाई के यूथ का दिल जीतने के बाद छत्तीसगढ़ की तारीफ भी की। इस दौरान उन्होंने कहा कि मुंबई में रहते हुए भिलाई का काफी नाम सुन रखा था। म्युजिक और फिल्म इंडस्ट्रीज के कई सारे बड़े सितारे भिलाई से ही हैं, जिनको मैं करीब से जानता हूं। इस शहर में दाखिल होते ही एक खास अपनेपन का अहसास हुआ।
यहां यूथ जिंदादिल होने के साथ एजुकेशन की सबसे अधिक परवाह करता है। यही इस शहर की सबसे बड़ी खासियत है। कार्यक्रम के दौरान हजारों युवाओं ने दुर्ग में 6 साल की मासूम के साथ हुई दरिंदगी के विरोध में अपने मोबाइल के टार्च चालू कर उसे श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान पूरे कैंपस की लाइटें बंद कर दी गईं और समाज के इस अंधेरे को मिटाने युवाओं ने फ्लैश लाइट के जरिए बेटियों के प्रति सम्मान और सुरक्षा का संदेश दिया।
दिव्य ने स्टेज पर गीत खत्म करने के बाद यूथ की तरफ इशारा करते हुए कहा कि जिदंगी के हर एक पल को बड़े ही प्यार, सम्मान व इज्जत के साथ जीना चाहिए। उनका सुझाव था कि जो भी करो, सच्ची लगन के साथ कड़ी मेहनत से करो। लाइव कॉन्सर्ट के दौरान उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के युवा बेहद टैलेंटेड हैं। म्युजिक की भी काफी समझ रखते हैं। युवाओं से रूबरू होकर उन्हें लाइफ में सबसे पहले अपनों का खयाल रखने और उसके बाद खुद का पैशन फॉलो करने की सीख दी।
उन्होंने बताया कि युवा चाहें म्युजिक की फील्ड में कामयाब हों या फिर इंजीनियर बनें, मेहनत दोनों ही जगह करनी होगी। बिना संघर्ष किए सफलता नहीं मिलेगी। कार्यक्रम में संस्था के चेयरमैन संतोष रूंगटा, डायरेक्टर डॉ. सौरभ रूंगटा, डायरेक्टर सोनल रूंगटा, डायरेक्टर जनरल डॉ. मनीष मनोरिया, डॉ. एजाजुद्दीन, डॉ. संजीव शुक्ला, डॉ. एडविन एंथोनी व फैकल्टी मौजूद रहे।