NARAYANPUR NEWS. छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी है। नक्सल मुक्त बस्तर अभियान के तहत जहां एक ओर आतंक का पर्याय बन चुके नक्सलियों को जवानों की टीम ढेर कर रही है तो दूसरी ओर सरकारी की नक्सल पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर सैकड़ों की संख्या में नक्सली सरेंडर भी कर रहे हैं। इसी कड़ी में एक बार फिर नारायणपुर में नक्सलियों और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ में जवानों ने कई नक्सलियों को ढेर कर दिया है। बताया जा रहा है कि जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली भाग खड़ हुए।
मिली जानकारी के अनुसार नारायणपुर जिले के कसोड़-कुमुरादी के जंगल में सुबह जवानों की टीम सर्चिंग पर निकली थी। इसी दौरान जंगल में नक्सलियों और जवानों के बीच मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में जवानों ने कई नक्सलियों को मार गिराया। वहीं, कई नक्सलियों के घायल होने की भी खबर है।
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मुठभेड़ के बाद सर्चिंग में जवानों ने 6 लाख रुपए नगद, 11 नग लैपटॉप, 50 किलो बारूद, 20-20 लीटर पेट्रोल, 2 कुकर बम समेत भारी मात्रा में जिंदा कारतूस, इलेक्ट्रॉनिक सामान व दवाइयां बरामद की है. यह मामला कोहकामेटा थाना क्षेत्र का है।
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वहीं, मुठभेड़ के बाद जवानों ने मौके से भारी मात्रा में हथियार, 6 लाख नगद, 11 लैपटॉप, बारूद, कुकर बम, जिंदा कारतूस भी जब्त किया है। सुरक्षा बलों की इस कार्रवाई से नक्सलियों को भारी आर्थिक तथा रणनीतिक क्षति है।
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इसके साथ-साथ उन्हें यह साफ संदेश गया है कि अब वे माड़ के किसी क्षेत्र में सुरक्षित नहीं है, उनके आश्रय स्थल सिमटते जा रहे है। अब नक्सल मुक्त बस्तर की परिकल्पना साकार रूप ले रही है।
एसपी नारायणपुर प्रभात कुमार ने मुठभेड़ को लेकर कहा कि अबूझमाड़ दुर्गम जंगल एवं विकट भौगोलिक परिस्थतियों में रहने वाले मूल निवासियों को नक्सलवादी विचारधारा से बचाना और उन्हें माओवादी सिद्धांतो के आकर्षण से बाहर निकालना ही हमारा मुख्य उद्देश्य है, ताकि क्षेत्र में विकास एवं शांति कायम हो सके।
हम सभी नक्सली भाई-बहनों से अपील करते हैं कि उनका बाहरी लोगों की भ्रामक बातों और विचारधारा को त्याग कर शासन की आत्म समर्पण पुर्नवास नीति को अपनाकर समाज की मुख्यधारा से जुड़कर हथियार एवं नक्सलवाद विचारधारा का पूर्णतः त्याग एवं विरोध करें। अब समय माड़ को वापस उसके मूलवासियों को सौंप देने का है जहाँ वे निर्भीक रूप से सामान्य जीवन व्यतीत कर सके।