BILASPUR NEWS. जिले में जल संकट को देखते हुए बोलवेल खनन पर कलेक्टर ने प्रतिबंध लगा दिया है। ऐसे में कलेक्टर के आदेश की अनदेखी करनी बोरवेल खनन करने वाले को भारी पड़ गया। कोनी-बिलासपुर मार्ग में प्राइवेट बोरवेल खनन के काम को बंद कराया साथ ही मशीन को भी जब्त कर करने की कार्रवाई की गई है।
बता दें, भीषण गर्मी में पेय जल का संकट उत्पन्न हो जाता है। ऐसे में जिले में बोरवेल खनन पर कलेक्टर ने प्रतिबंध लगाने का आदेश पहले ही जारी कर दिया है। इसके बाद भी बिना अनुमति के कोनी-सरकण्डा इलाके में बोरवेल खनन करने पर राजस्व विभाग ने कार्रवाई की है।
तहसीलदार को बिना अनुमति के बोरवेल खनन की शिकायत मिली थी। इस पर टीम मौके पर पहुंची और बोरवेल खनन कर रहे मशीन को बंद कराया और मशीन को जब्त भी कर लिया।
बिना अनुमति के कराया जा रहा था बोरवेल
कोनी बिरकोना मार्ग पर अमित दुबे ने अपनी निजी जमीन पर बोरिंग के लिए मशीन मंगवाई थी और बोर खोदने का कार्य किया जा रहा था। इसके लिए न तो प्रशासन की अनुमति ली थी और न ही किसी तरह की कोई जानकारी दी गई थी। इस वजह से एसडीएम के आदेश पर राजस्व विभाग से तहसीलदार टीम के साथ पहुंचे और कार्रवाई की। बोरवेल को जब्त कर कोनी थाने को सौंप दिया।
सख्त कार्रवाई की दी है चेतावनी
जिले में कलेक्टर ने बोरवेल खनन पर प्रतिबंध लगाने के आदेश में साफ तौर पर कहा है कि बोरवेल खनन के लिए खास तौर पर निजी जमीन पर बोरवेल के लिए प्रशासन से अनुमति लेना अनिवार्य है।
बिना अनुमति के बोरवेल खोदा जा रहा था इसी वजह से कार्रवाई की गई है। वहीं आदेश में यह भी साफ तौर पर लिखा है कि ऐसे आदेशों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी पहले ही दी गई थी।