BILASPUR NEWS. प्रदेश में इन दिनों धर्मांतरण को लेकर कई मामले सामने आए है। कभी धर्मसभा के नाम पर तो कभी सेमीनार आयोजित कर हिन्दूओं का धर्म परिवर्तन कराने के नाम पर हिन्दू संगठनों ने जमकर हंगामा भी किया। वहीं अब जिले के तखतपुर क्षेत्र में एक स्कूल में आदिवासी बच्चों को शिक्षा देने के नाम पर बहलाकर धर्मांतरण कराने की शिकायत की गई । शिकायत किसी और से नहीं बल्कि सीएम विष्णु देव साय से की। इसके बाद जांच भी शुरू कर दिया गया है।
बता दें, मामला तखतपुर क्षेत्र के बेलटुकरी-गनियारी का है। जहां पर संचालित डगलस मेमोरियल में गरीब आदिवासी बच्चों को शिक्षा देने के नाम पर एडमिशन दिया गया है। यहां पर बच्चों को पढ़ाई के नाम पर धर्म परिवर्तन कराने की शिकायत पहले बिलासपुर कलेक्टर से की गई थी।
फिर प्रदेश के मुखिया विष्णुदेव साय को भी पत्र लिखकर की गई थी। इस मामले की गंभीरता को समझते हुए शिकायत के बाद से ही जांच के लिए तखतपुर एसडीएम को जांच कर रिपोर्ट पेश करने निर्देश दिया है।
मिशनरी फंड का गलत इस्तेमाल
शिकायत करने वाले रत्नेश तिवारी ने पत्र में लिखा है कि ईसाई मिशनरी द्वारा छत्तीसगढ़ में मुफ्त शिक्षा व स्वास्थ्य के नाम पर धर्मांतरण कराया जा रहा है। शहर से 15 किलो मीटर की दूरी पर बेलटुकरी में डगलस मेमोरियल ईसाई मिशनरी संस्थान है। जो लड़की व लड़कों के लिए स्कूल के अलावा छात्रावास का भी संचालन करती है।
यहां पर खास तौर पर आदिवासी बच्चों को रखा गया है। इन बच्चों को शिक्षा के नाम पर ईसाई धर्म की शिक्षा दी जाती है। फिर इन्हीं बच्चों को पास्टर बनाकर आदिवासी क्षेत्रों में धर्म परिवर्तन कराने के लिए भेजती है। जो अन्य लोगों को भी धर्मांतरण के लिए तैयार करते है। पत्र में यह भी बताया गया है कि ईसाई मिशनरी फंड का धर्मांतरण के लिए गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके संचालन के पीछे छोटे-मोटे नहीं बल्कि बड़े नाम शामिल है। भोले-भाले लोगों को शिक्षा देकर उन्हें धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है।