LALITPUR NEWS. एटा जिले की जलेसर थाना पुलिस ने एक फर्जी IPS को पकड़ा है। वह फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर रौब झाड़ रहा था। पुलिस को उसके हाव-भाव देखकर शक हुआ। पूछताछ करने पर पता चला कि वह फर्जी IPS है और बस वर्दी पहने हुए है। पुलिस ने उसकी वर्दी उतरवाकर मामला दर्ज कर लिया। बताया गया कि देर रात उसने सीने में दर्द होने की बात कही। पुलिस ने जमानत पर निजी मुचलके पर उसे छोड़ा है। फर्जी IPS ललितपुर का रहने वाला है।
बताया गया है कि नगर के मोहल्ला किला निवासी रियाजुद्दीन के पुत्र सलमान की शादी 2 वर्ष पूर्व हुई थी। सलमान की पत्नी आए दिन घर में विवाद करती थी। दो माह पूर्व भी दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था, जिसका समझौता वार्ड के पार्षद ने थाने में कराया था। समझौते के एक माह बाद पति-पत्नी में फिर से विवाद होने लगा।
ये भी पढ़ें : भूकंप के झटकों से हिली दिल्ली-NCR व बिहार …जानिए वजह और पूरा गणित
बताया गया कि सलमान की पत्नी परिवार वालों को रोजाना धमकी देती थी कि उसके मित्र के पति पुलिस मे कप्तान है, उनको बुलाकर तुम सबको जेल में डलवा दूंगी। विगत रोज महिला ने उक्त फर्जी आईपीएस को बुलाया था। बताया गया कि उक्त फर्जी आईपीएस टैक्सी में जलेसर आया, उसकी गाड़ी बड़ा बाजार चौराहे पर खड़ी थी। तभी वहां से कोतवाली प्रभारी डॉ सुधीर कुमार गस्त पर निकले हुए थे।
ये भी पढ़ें : WhatsApp में अब खुद बना सकेंगे अपनी यूनिक थीम, कलर बदलना होगा आसान…जानें पूरा प्रोसेस
रास्ते में खड़ी गाड़ी को हटाने को कहा तो कहा गया कि यह गाड़ी आईपीएस अधिकारी की है। आप लोग बगल से अपनी गाड़ी निकाल लो। गाड़ी में रखी टोपी और हाव-भाव देखकर कोतवाली प्रभारी को शक हुआ तो उक्त फर्जी आईपीएस को थाने लाया गया। जहां पूछताछ करने पर कोतवाली प्रभारी को मामला गड़बड़ लगा। इसके बाद उन्होंने क्षेत्राधिकारी नीतिश गर्ग को पूरे मामले की जानकारी दी।
ये भी पढ़ें : दुर्ग में धर्मांतरण को लेकर हिंदू संगठन का हंगामा, पुलिस ने 97 लोगों को हिरासत में लिया
सीओ नीतिश गर्ग ने जब पूछताछ की तो सब कुछ फर्जी निकला। तत्काल फर्जी आईपीएस की वर्दी उतरवाकर सील की गई और सिटी इंचार्ज चंद्रशेखर त्रिपाठी ने फर्जी आईपीएस हेमंत कुमार बुंदेला पुत्र रनवीर सिंह बुंदेला निवासी झांसी चुंगी नाका थाना ललितपुर के विरुद्ध धारा 204 के तहत मामला पंजीकृत किया गया।
ये भी पढ़ें : अब ChatGPT को टक्कर देगा Baidu, चाइनीज कंपनी ने Free कर दिया Ernie Bot भी
पूछताछ में जब उसका आधार कार्ड मांगा गया तो आधार कार्ड में हेमंत कुमार बुंदेला पुत्र अशोक कुमार बुंदेला निवासी छतरपुर लिखा हुआ था। जब उसे जेल भेजने की तैयारी की जा रही थी, तभी उसके सीने में दर्द होने के कारण उक्त फर्जी आईपीएस को पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा, जहां से उसे एसएन मेडिकल आगरा के लिए भेज दिया गया। बताया गया कि जमानतीय धारा होने के चलते फर्जी आईपीएस को जमानत दे दी गई है।
क्या कहा पुलिस ने
इस पूरे मामले में थाना प्रभारी जलेसर ने बताया कि पकड़े गए फर्जी आईपीएस हेमंत कुमार बुंदेला एक मित्र के पारिवारिक मामले में हस्तक्षेप करने अपनी पत्नी सहित आए थे। शक होने पर उन्हें पकड़ा गया। देर रात तबियत खराब होने पर उसे जलेसर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां से एस एन मेडिकल कालेज रेफर किया गया।