SURAJPUR NEWS. एक साले ने अपने ही हाथों से अपनी बहन की मांग का सिंदूर मिटा दिया। दीपावली की रात जुआ में सारे पैसे हारने के बाद नशेड़ी प्रवृत्ति के युवक ने जीजा पर धारदार हथियार से हमला करके उसकी जघन्य हत्या कर दी और पैसे लेकर फरार हो गया। मृतक हमेशा अपनी कमाई को अपने गले में बांधकर रखता था।
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पुलिस ने जब आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की तो सारे मामले का खुलासा हुआ। जयनगर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत रविंद्रनगर निवासी 40 वर्षीय गौतम दास की दीपावली की रात घर में घुसकर रिश्ते के साले नशेड़ी युवक 36 वर्षीय मुकेश राजवंशी ने धारदार हथियार से सिर पर प्राणघातक हमला करके हत्या कर दी।
दूसरे दिन जब उसका पड़ोसी मजदूरी कराने मृतक के घर गया तब देखा कि उसका शव उसके मकान के मुख्य द्वार पर पड़ा हुआ था। इसके बाद पड़ोसी ने तत्काल घटना की सूचना ग्रामीणों व पुलिस को दी। घटना की सूचना मिलते ही जयनगर थाना प्रभारी नरेंद्र सिंह ने तत्काल दलबल के साथ मौके पर पहुंच विवेचना की।
मिली जानकारी के अनुसार मृतक गौतम दास गांव में ही अकेले रहकर मजदूरी करके जीवन यापन करता था और कमाई हुई कम को कपड़े की पोटली में रखकर गले में ही टांग कर रखता था। घटना के दिन मृतक रात में घर के पास स्थित एक दुकान में तंबाकू लेने गया था। उसी समय उसके साले नशेड़ी प्रवृत्ति के मुकेश राजवंशी ने मृतक के गले में टंगे रुपए की पोटली को देख ली थी।
उसने रुपयों से भरी पोटली की लालच में उसने घर में घुसकर गौतम की हत्या कर दी। आरोपी मुकेश ने घटना को अंजाम देने उपरांत घर में जाकर साक्ष्य को छिपाने के उद्देश्य से तत्काल अपने कपड़े धो लिए थे। जांच के बाद पुलिस द्वारा जब घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार किया। तब उसके पास से 2960 रुपए बरामद हुए, इसमें कुछ नोटों में खून के धब्बे लगे थे।
मिली जानकारी के अनुसार मृतक गौतम दास द्वारा पहली शादी करीब 22 वर्ष पहले समाज की युवती से की गई थी। लेकिन युवक के मंद बुद्धि होने की वजह से कुछ वर्षों बाद युवती बिलासपुर में मायके चली गई। इसके बाद कुछ दिनों बार मृतक ने अंबिकापुर मठपारा निवासी एक आदिवासी युवती से विवाह किया था, लेकिन वह भी कुछ वर्षों बाद छोडक़र चली गई थी, इसके बाद से वह घर में अकेले ही रहता था।
कुछ महीने पहले ही जेल से छूटा था आरोपी
आरोपी मुकेश राजवंशी नशेड़ी प्रवृत्ति का है। वह नशीले पदार्थों की खरीद-बिक्री करता था। नशीले पदार्थों की खरीद-बिक्री के मामले में पुलिस द्वारा कार्यवाही करते हुए उसे जेल भेज दिया गया था। करीब ढाई साल तक जेल में रहने के बाद छह महीने पूर्व ही छूटकर आरोपी घर में आया था। उसने जुआ में सब कुछ हारने उपरांत पैसे की तंगी के मद्देनजर इस वारदात को अंजाम दिया।