BILASPUR NEWS. बिलासपुर में नायब तहसीलदार और सरकंडा थाने के पुलिसकर्मियों के बीच दुर्व्यवहार और हंगामा का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मामले को लेकर छत्तीसगढ़ कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ लामबंद हो गया है। संघ ने कलेक्टर, SP, IG समेत उच्च अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर मामले में निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग की है।
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दरअसल, मामला सरकंडा थाना क्षेत्र का है। जहां बीते दिनों गश्त ड्यूटी के दौरान दो आरक्षकों का नायब तहसीलदार पुष्पराज मिश्रा और उसके भाई विनय मिश्रा से विवाद हो गया था। पुलिस ने मामले में आरक्षकों की शिकायत पर दुर्व्यवहार, हंगामा और शासकीय कार्य में बाधा का आरोप लगाते हुए नायब तहसीलदार के भाई पर FIR दर्ज कर लिया था।
इस कार्रवाई को लेकर नायब तहसीलदार सवाल खड़े कर रहे थे। उनका आरोप है कि, पुलिस ने उनसे और उनके परिवार से दुर्व्यवहार किया। स्टेशन से परिजनों को लेकर वे देर रात घर जा रहे थे। उसी बीच आरक्षकों ने रोकते हुए उनसे दुर्व्यवहार किया। अपना परिचय देने के बाद भी पुलिस वाले उन्हें जबरिया थाने ले गए और डाक्टरी मुलाहिजा करने का दबाव बनाया। बाद में पुलिस ने जबरिया कार्रवाई करते हुए उनके भाई के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।
इधर नायब तहसीलदार ने अब संघ के बीच इस मामले को रखा है। जिसके बाद मामला तूल पकड़ता जा रहा है। छत्तीसगढ़ कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ मामले को लेकर लामबंद हो गया है। संघ ने कलेक्टर,SP, IG समेत उच्च अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर मामले में निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग की है। इधर मामले के तूल पकड़ने के बाद SP ने जांच के निर्देश दिए हैं।
सूरजपुर में कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ ने गृहमंत्री और मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन
इधर इस मामले में सूरजपुर कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ ने कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के नाम पर ज्ञापन सौंपा है। सूरजपुर जिले के सभी तहसीलदार देर शाम कलेक्टर से मिले और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, समेत गृहमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच कराने दोषी थाना प्रभारी समेत पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।