BILASPUR NEWS. छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री जतन योजना के अंतर्गत सरकारी स्कूल के भवनों का निर्माण कराने की योजना है। इसके तहत प्रदेश के स्कूलों को संवारा व सजाया जा रहा है। वहीं बिलासपुर जिले में भी इस योजना के तहत कार्य किया गया है। 78 स्कूलों के भवनों का निर्माण किया गया। लेकिन यह सब केवल कागजों में है। सत्यापन के दौरान गठित की गई जांच टीम को अधूरे और गुणवत्ताहीन कार्य मिला। वहीं ठेकेदारों ने इस मामले में काम को पूरा बताया है। इस मामले के सामने आने पर कलेक्टर ने ठेकेदारों पर कार्रवाई के निर्देश दिए है।
बता दें, मुख्यमंत्री जतन योजना का उद्देश्य सरकारी स्कूलों के भवन का निर्माण कर उसे बच्चों के बैठने व पढ़ने योग्य बनाना है। वहीं स्कूल में अतिरिक्त कक्षों का भी निर्माण इसी के द्वारा किया जाना है। इसके लिए प्रदेश में कई सारे स्कूलों में काम चल रहा है। अब जिले में गुणवत्ताहीन कार्य सामने आया है।
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इतना ही नहीं कार्य सही नहीं होने के बाद भी ठेकेदारों को भुगतान भी कर दिया गया है। स्कूलों में काम तो हुए लेकिन वो भी आधे अधूरे इस पर कलेक्टर ने काफी नाराजगी जताई है। सबसे ज्यादा घटिया काम मस्तूरी ब्लॉक में हुआ है। यहां पर 48 स्कूल ऐसे हैं जहां कार्य को पूर्ण बताकर भुगतान ले लिया गया है।
कलेक्टर ने कहा ठेकेदारों पर कार्रवाई करने
कलेक्टर अवनीश शरण ने जांच में इस तरह का घटिया निर्माण कार्य होने की जानकारी मिलने पर नाराजगी जताई है। इसके साथ ही सभी ठेकेदारों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। कार्रवाई में दोषी पाए जाने पर ब्लैकलिस्टेड करने व भुगतान की गई राशि को वसूलने के भी निर्देश दिए है।