BILASPUR NEWS. शहर में आयुष्मान कार्ड व ईएसआईसी कार्ड गरीबों व प्राइवेट नौकरी करने वाले लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लेने एक वरदान माना जाता है। लेकिन शहर में ऐसे कई अस्पताल है जहां पर इन दोनों को ही नहीं मानते हुए दबाव बनाते हुए रकम भुगतान कराया जाता है। एक मामला शहर के किम्स अस्पताल का सामने आया है। जहां पर ईएसआईसी और आयुष्मान कार्ड को नकार दिया गया और प्रसूता के पति को रकम जमा करने के लिए दबाव बनाया गया। इस पर व्यक्ति ने अपनी पत्नी के मंगलसूत्र को गिरवी रख दिया और राशि का भुगतान किया।
बता दें, किम्स अस्पताल के ईएसआईसी कार्ड व आयुष्मान कार्ड को नहीं मानने के कारण एक मजबूर व्यक्ति को अपनी पत्नी का मंगलसूत्र गिरवी रखना पड़ा। जब इसकी सूचना स्वास्थ्य महकमे को हुई तो वह एलर्ट हो गया और किम्स अस्पताल में जांच के लिए पहुंचा।
स्वास्थ्य अमला को पहुंचा देख अस्तपाल में हड़कंप मच गया। टीम डॉ.गायत्री बांधी के नेतृत्व में पहुंची। टीम ने पीड़ित कैलाश सोनी की शिकायत पर उसके प्रसूता पत्नी के भर्ती से लेकर डिस्चार्ज तक किए गए इलाज और दवाओं में खर्च रकम की बिलिंग संबंधी दस्तावेज की पड़ताल की।
वहीं इस संबंध में स्टॉफ के भी बयान लिए गए। प्रबंधन से भी जवाब तलब किया गया। प्रबंधन से टीम ने पूछा की प्रसूता के पति द्वारा दिए गए आयुष्मान कार्ड व ईएसआईसी के कार्ड को आखिर क्यों स्वीकार नहीं किया गया और क्यों उससे 48 हजार रुपये की बिल का दबाव बनाकर भुगतान कराया गया।
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इसके बाद टीम ने शिकायत कर्ता कैलाश सोनी को भी कार्यालय में बुलाया और बयान दर्ज किया। इससे पूर्व भी किम्स अस्पताल में इस तरह के मामले सामने आए है और मरीज से जबरन धन राशि वसूला गया। टीम ने सारे बिंदुओं पर जांच कर रिपोर्ट बना सीएमएचओ को सौंपा जाएगा।