BILASPUR. सिम्स अस्पताल अक्सर ही चर्चा में रहता है। कभी अव्यवस्था तो कभी सीसीटीवी व एसी के तार चोरी के मामले में काफी चर्चा में था लेकिन अब तो लाइन में पर्ची कटाने के लिए लगे हार्ट पेसेंट की मौत का मामला सामने आया है।
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बता दें, सिम्स बिलासपुर संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल है। यहां पर इलाज के लिए सैकड़ों की संख्या में आते है। ऐसे ही एक मरीज सिम्स में पर्ची के लिए लाइन लगाया था इसी दौरान शमशाद हुसैन को हार्ट अटैक आ गया। हार्ट अटैक के बाद उसे बचाया नहीं जा सका। इस पर कांग्रेस ने अस्पताल की व्यवस्थाओं को लेकर सवाल उठाया है।
ऐसे हुई मरीज की मौत
जिला प्रशासन ने पूरे मामले में प्रेस नोट जारी कर बताया कि मरीज के सीने में दर्द के कारण सिम्स इलाज के लिए पहुंचा। तुंरत ट्राइएज में मेडिसिन विभाग के डॉक्टर द्वारा उन्हें देखा गया। जब मरीज बेहोश हुआ तो ईसीजी किया जा रहा था। चिकित्सकों द्वारा आपातकालीन उपचार का पान किया गया और रोगी को उन्नत कार्डियोपल्मोनरी दिया गया लेकिन डॉक्टरों के तमाम उपाय और प्रयासों के बाद भी मोहम्मद शमशाद को बचाया नहीं जा सका।
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कांग्रेस ने लगाए गंभीर आरोप
कांग्रेस नेताओं ने इस घटना के बाद सिम्स प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है। कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि हार्ट पेसेंट को तुरंत उपचार देने के बजाय उसे पर्ची बनवाने लाइन पर खड़े करवा दिया गया। इस दौरान अटैक आने से उसकी मौ हो गई।
प्रबंधन को सौंपे गए तीन सूत्रीय ज्ञापन में लिखा गया है कि डॉक्टर मरीज की बातों को सुनने गंभीर होते तो शायद मोहम्मद शमशाद हुसैन की जान बच सकती थी। कांग्रेसियों ने मांग की है कि गंभीर मरीजों के लिए औपचारिकताएं बाद में भ्भी की जानी चाहिए लेकिन डॉक्टर ने गंभीर नहीं दिखाई और बड़ी घटना हो गई। इसके लिए जिम्मेदार कौन है कांग्रेसियों ने मांग की दोषी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।