BILASPUR. सिम्स संभाग का सबसे बड़ा शासकीय अस्पताल है और यहां पर हर रोज सैकड़ों की संख्या में मरीज उपचार के लिए पहुंचते हैं। सिम्स हमेशा ही चर्चा में रहा है कभी उपचार में लापरवाही तो कभी सिम्स के एसी कॉपर वायर की चोरी जैसे कई मामले तो सामने आये ही है। वहीं अब एक मामला छेड़छाड़ का सामने आया है। जहां पर सिम्स में भोजन बांटने के लिए ठेकेदार के द्वारा रखे सुपरवाइजर ने भर्ती मरीज के परिजन से छेड़छाड़ की। इसका विरोध करने पर सुपरवाइजर ने गाली-गलौज की फिर वहां उपस्थित लोगों व सिम्स के इंटर्न डॉक्टरों ने सुपरवाइजर की जमकर पिटाई की। इससे पहले भी यहां पर छेड़छाड़ के गंभीर आरोप लगाए गए है।
बता दें, सिम्स मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में सुरक्षा अव्यवस्था का एक और शर्मनाक मामला सामने आया है। मामला रविवार रात का बताया जा रहा है। अस्पताल के मेडिसिन वार्ड में भर्ती मरीज के अटेंडर के साथ अस्पताल के भोजन ठेकेदार के सुपरवाइजर ने छेड़छाड़ की।
घटना रात करीब 10 बजे के आसपास की है। स्थिति तब और बिगड़ गई जब एक अन्य महिला ने इस छेड़छाड़ की स्थिति और सुपरवाइजर से सवाल किया। विवाद इतना बढ़ा कि मामला मारपीट तक पहुंच गया। युवती की चीख-पुकार सुनकर 10 से 12 इंटर्न डॉक्टर तुंरत वार्ड में पहुंचे और सुपरवाइजर की पिटाई कर दी।
घटना के बाद अस्पताल प्रबंधन ने ठेकेदार से सुपरवाइजर को तुंरत काम से निकालने का निर्देश दिया। हालांकि पीड़िता ने इस मामले की शिकायत अधीक्षक कार्यालय में की। इससे मामला सार्वजनिक हो गया। अस्पताल प्रबंधन ने पहले तो इस घटना को दबाने की कोशिश की लेकिन मीडिया में खबर आने के बाद जांच की प्रक्रिया शुरू की गई।
इस गंभीर घटना के बाद भी अस्पताल प्रबंधन के पास कोई सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध नहीं है। अस्पताल के 52 कैमरे में से केवल 5 ही चालू है। जबकि 47 कैमरे बंद पड़े है। कैमरों की मरम्मत के लिए रखरखाव कंपनी को पहले ही सूचित किया गया था लेकिन एक महीने के बाद भी सुधार नहीं हुआ है। अस्पताल में कैमरों के खराब होने के कारण इस घटना से जुड़े ठोस सबूत जुटाना मुश्किल हो गया है।
इससे पहले भी कई मामले हुए
यह कोई पहला मामला नहीं है जब सिम्स अस्पताल में इस तरह की घटना घटी हो। पहले भी कई बार छेड़छाड़, प्रताड़ना के मामले सामने आए है। कुछ समय पहले इंटर्न महिला डॉक्टरों ने एक प्रोफेसर पर प्रताड़ना के आरोप लगाए थे। जिसके बाद जांच कमेटी बनाई गई थी।