BILASPUR. जिले के कोटा में बीतें दो दिन पूर्व में एक दर्दनाक घटना घटित हुई थी कोटा के पटेता गांव में टीकाकरण के बाद दो मासूम बच्चों की मौत हो गई। इससे पूरे क्षेत्र में भय और आक्रोश का माहौल बन गया। इस घटना के पीछे के कारणों की जांच के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया है। टीम सोमवार को पटेता पहुंच गई और मृत बच्चों के परिजनों से मुलाकात की है।
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बता दें, पटेता गांव में एक नियमित टीकाकरण अभियान के दौरान दो बच्चों की अचानक मौत हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया कि इस घटना के पीछे स्वास्थ्य विभाग की गंभीर लापरवाही और अव्यवस्था है। दुखी परिजनों ने शासन और स्थानीय डॉक्टरों पर आरोप लगाया कि उन्होंने टीकाकरण के दौरान आवश्यक सावधानियों का पालन नहीं किया। परिजनों ने इस संबंध में लिखित शिकायत दर्ज कराई और गहन जांच की मांग की।
कांग्रेस की ओर से जांच समिति का गठन
इस घटना को गंभीरता से लेते हुए छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने त्वरित कार्रवाई की। उन्होंने तुरंत एक जांच समिति का गठन किया। जिसका नेतृत्व कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव कर रहे है। इस समिति में कुछ पांच वरिष्ठ नेता शामिल है। विधायक अटल श्रीवास्तव समिति के अध्यक्ष, मस्तूरी विधायक दिलीप लहरिया, पूर्व विधायक शैलेष पांडे, जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी, महिला कांग्रेस जिला अध्यक्ष सीमा धृतेश व कोटा ब्लॉक अध्यक्ष आदित्य दीक्षित शामिल है।
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प्रारंभिक जांच करने पहुंची समिति
समिति ने घटनास्थल पर जाकर प्रारंभिक जांच की और संबंधित सभी तथ्यों को इक्ट्ठा किया। समिति के सदस्य पटेता गांव गए। फिर उन्होंने मृत बच्चों के परिजनों से मिलकर सांत्वना दी। इसके साथ ही उन्होंने कोटा के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में बीएमओ और अन्य स्टाफ से मुलाकात की। बीएमओ ने समिति को बताया कि कोटा क्षेत्र में डॉक्टरों की भारी कमी है और जो डॉक्टर है वे भी ज्यादातर समय बिलासपुर के न्यायालय में अटैचमेंट पर होते हैं।
प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए परिजनों ने
दोनों मृत बच्चों के परिजनों ने स्थानीय प्रशासन पर अव्यवस्था और लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि टीकाकरण के दौरान सही प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया और इसके परिणामस्वरूप यह दर्दनाक घटना हुई। परिजनों ने इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है ताकि दोषियों को उचित सजा मिल सके।