RAJNANDGAON. नक्सल फंडिंग मामले में मोहला मानपुर जिले में गिरफ्तार हुए विवेक सिंह को लेकर राजनीति तेज हो गई है। विवेक सिंह के परिजनों और आदिवासी समाज के लोगों ने राजनांदगांव प्रेस क्लब में एक प्रेस कांफ्रेंस किया। परिजनों ने विवेक सिंह पर लगे आरोपों को निराधार और राजनीति से प्रेरित बताया है।
विवेक सिंह के नक्सलियों से संबंध और नक्सलियों को फंडिंग के मामले में गिरफ्तारी के बाद एमएमसी जिले के सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष गोविन्दशाह वाल्को, विवेक सिंह के परिजनों सहित आदिवासी समाज लोगों ने इस कार्रवाई को गलत बताते प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा कि विवेक सिंह नक्सलियों से कोई संबंध नहीं था। उनसे कभी भी कोई बातचीत और लेनदेन नही था।
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वहीं सूरजू टेकाम के प्रकरण में विवेक सिंह का नाम सिर्फ इसलिए जोड़ा गया है क्यों कि वह उनका फ्लाइट का टिकट किया था। जबकि टिकट के लिए बस्तर से कोई पैसा नहीं आया था। पैसा स्थानीय सरपंच पति के द्वारा डाला गया था, जो स्वयं उनके साथ दिल्ली गया था। विवेक सिंह एवं उसके परिवार का बिल्डिंग मटेरियल सप्लाई, आधार पेमेंट बीमा एजेंसी सहित चॉइस सेंटर का काम है जो लगभग ऑनलाइन ही होता है। उसी के लेनदेन बैंक खातों के माध्यम से होता है। जिसके कारण ही सूरजू टेकाम जो कि सर्व आदिवासी समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष के फ्लाइट का टिकट कुछ कमीशन लेकर सरपंच पति के कहने पर करवाया था।
सर्व आदिवासी समाज अध्यक्ष ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता स्व. नंदकुमार बघेल कांग्रेस सरकार बनने के पूर्व से आदिवासी समाज के कार्यकर्मों में वक्ता के रूप में आते रहे हैं। लेकिन भूपेश बघेल के सीएम बनने के बाद भाजपा सब बातों को कांग्रेस से जोड़ रही है। विवेक सिंह के पिता रामसुशील सिंह और भाई अजीत सिंह ने कहा कि विवेक के पास कभी भी 12 ट्रक नहीं थे। अभी मात्र 1 ट्रक है लेकिन इसे बढ़ा चढ़ा कर प्रस्तुत किया जा रह है।
उन्होंने कहा कि विवेक सिंह को राजनीति से प्रेरित होकर फंसाया गया है। पुलिस निर्दोष लोगों को दोषी बना रही है। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सर्व आदिवासी समाज मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के अध्यक्ष ने सर्व आदिवासी समाज जिला इकाई मोहला मानपुर इन आरोपों का खंडन करता है।