DURG. भिलाई में यौन शोषण का आरोप लगाकर स्कूल में जमकर बवाल हुआ है। दरअसल, भिलाई में आज यानी 2 अगस्त को बड़ी संख्या में परिजन नारेबाजी करते हुए दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS) में पहुंच गए। परिजन स्कूल परिसर में पहुंचे तो प्रबंधन ने गेट बंद करा दिया। इसके बाद हंगामा शुरू हो गया। यह देख स्कूल प्रबंधन ने पुलिस को बुला लिया। इसके बाद मौके पर ASP सुखनंदन राठौर के साथ बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है। दोपहर में दुर्ग SP ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मामले को पूरी तरह से गलत बताया है।
इस दौरान परिजन ने आरोप लगाया है कि रिसाली स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS) में बच्ची से यौन छेड़छाड़ की गई। घटना 5 जुलाई की है। आंदोलन कर रहे पैरेंटस का दावा है कि बच्ची के परिजन बच्ची को डॉक्टर के पास ले गए और जांच कराई, तो मेडिकल में पुष्टि हुई है। परिजनों के पास मेडिकल रिपोर्ट भी है। परिजनों ने शिकायत की, लेकिन स्कूल प्रबंधन ने मामले को दबा दिया। आरोप है कि कार्रवाई करने की जगह प्रबंधन ने बच्ची को स्कूल आने से रोक दिया है। वहीं, स्कूल प्रबंधन और पुलिस अधीक्षक दुर्ग जितेन्द्र शुक्ला ने ऐसी घटना से इनकार किया है।
हंगामे के दौरान परिजन पुलिस पर भी कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है। उनकी मांग है कि मामले की जांच SDM स्तर के अधिकारी से कराई जाए। अगर स्कूल में ही बच्चे सुरक्षित नहीं रहेंगे तो पढ़ने के लिए कैसे भेजेंगे। परिजन बोले- छोटी बच्ची का सवाल है, लेकिन स्कूल प्रबंधन उनकी बात नहीं सुन रहा है। इस बीच, मामला बढ़ता देख पुलिस और परिजन के बीच स्कूल परिसर में ही मीटिंग हुई। इस दौरान ASP राठौर ने कहा कि पुलिस ने मामले की जांच की है। हमने डॉक्टर से भी पूछताछ की और मेडिकल रिपोर्ट देखी। बच्ची का यौन शोषण नहीं हुआ है। डॉक्टरों ने भी इस बात का खंडन किया है।
इसके बाद परिजन ने कहा कि आप लिखित में यह बात दीजिए। जांच रिपोर्ट कहां हैं? परिजन ने ASP पर गलत जानकारी देने का आरोप लगाया। इस पर ASP ने कहा कि, आप 5-7 लोगों की कमेटी बना लीजिए, उनसे बात करेंगे। पेरेंट्स ने कहा कि, सबके सामने बात होगी। इसके बाद परिजन वहीं जमीन पर बैठ गए। लंबे इंतजार के बाद सैकड़ों की संख्या में एकत्रित परिजन के सामने प्राचार्य प्रशांत वशिष्ठ आए। पुलिस प्रशासन की उपस्थिति में स्कूल प्रबंधन और पेरेंट्स दोनों ही पक्षों के बीच चर्चा हो रही है।
दिखाया सीसीटीवी फुटेज और ये कहा प्रिंसिपल
इस पर प्राचार्य ने कहा कि परिजन के आरोप लगाने पर हमने उन्हें बुलाकर CCTV फुटेज दिखाया है। बच्ची ने फुटेज में आया को नहीं पहचाना। उन्होंने बताया कि खेल के दौरान बच्ची की तबीयत बिगड़ गई थी। इस पर उसे वॉशरूम ले गए और मुंह धुलाकर क्लास में छोड़ दिया। उसके बाद बच्ची पूरे समय क्लास में रही और छुट्टी होने के बाद टीचर के साथ बस से घर चली गई।
SP ने की प्रेस कॉन्फेंस, बोले- ऐसा कुछ नहीं
मामले को बढ़ता देख दुर्ग SP जितेन्द्र शुक्ला आगे आए। उन्होंने दोपहर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने बताया कि मामले की शिकायत किसी ने पुलिस से नहीं की थी, लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीर मानते हुए स्वत: संज्ञान लिया। पुलिस ने बच्ची के परिजनों, स्कूल की आरोपी महिला कर्मी से पूछताछ की। बच्ची का मेडिकल करने वाले डॉक्टरों से भी पूछताछ की गई। डॉक्टरों के अनुसार बच्ची से छेड़छाड़ जैसा मामला नहीं है। बच्ची के परिजन भी इस मामले में आगे नहीं आए हैं। कुल मिलाकर जो आरोप लगाए जा रहे हैं वे सही नहीं हैं।