SUKMA. नक्सलियों ने फिर एक ग्रामीण को मौत के घाट उतार दिया है। बताया जा रहा है कि मृतक ग्रामीण पूर्व सरपंच था। जिसकी नक्सलियों ने धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी। नक्सलियों ने पूर्व सरपंच पर भी वही पुराना आरोप पुलिस की मुखबिरी का लगाया है।
छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल क्षेत्र सुकमा से इस वक्त की एक बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है। यहां नक्सलियों ने पूर्व सरपंच को मौत के घाट उतार दिया है। नक्सलियों ने धारदार हथियार से गला रेतकर पूर्व सरपंच की हत्या की है। नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के शक में पूर्व सरपंच को मौत के घाट उतारा है। ASP ने इस घटना की पुष्टि की है।
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मिली जानकारी के अनुसार, नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के शक में पूर्व सरपंच हेमला सुकला को गला रेतकर मौत के घाट उतार दिया है। नक्सलियों ने बीती रात नागाराम गांव में इस घटना को अंजाम दिया है। बता दें कि, नक्सलियों ने 18 लोगों के नाम की लिस्ट जारी की है और सभी को मौत की सजा सुनाई है। फ़िलहाल पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
जुलाई में हुई थी ऐसी ही घटना
बीते महीने 9 जुलाई को भी सुकमा में नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किए एक नक्सली युवक को मौत के घाट उतार दिया था। मृतक बारसे मासा ने आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में आत्मसमर्पण किया था, विगत कुछ दिनों से वह सुकमा जिले के अपने पैतृक गृह ग्राम सुन्नपेंटा में रह रहा था। किस्टाराम एरिया कमेटी के सदस्य बारसे मासा पर 4 लाख रुपए की इनाम घोषित था।
यह करीब 3 मुठभेड़ों में शामिल रह चुका था। इस पर कई थानों में मामले भी दर्ज थे। सरेंडर के बाद बारसे मासा किस्टाराम इलाके के अपने गांव पहुंचा हुआ था। नक्सली इसके समर्पण से नाराज थे।